UP: मौजूदा वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट आज पेश करेगी योगी सरकार….
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन योगी सरकार मंगलवार को अनुपूरक बजट पेश करने जा रही है. अनुमान है कि इस बजट का आकार करीब 14 हजार करोड़ रुपए का हो सकता है. इसमें मुख्य रूप से महाकुंभ 2025 के विकास कार्यों और जेवर एयरपोर्ट परियोजना के लिए धन आवंटित किया जाएगा. यह इस वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट होगा. इससे पहले 30 जुलाई को योगी सरकार ने 12 हजार 909 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया था. इसके अलावा, फरवरी 2024 में योगी सरकार ने करीब 7.36 लाख करोड़ रुपये का मूल बजट विधानसभा में पेश किया था.
क्या होता है अनुपूरक बजट ?
अनुपूरक बजट वह प्रक्रिया है जिसके तहत पहले से स्वीकृत बजट में अतिरिक्त खर्च की आवश्यकता होने पर इसे पेश किया जाता है. यह बजट मुख्य रूप से उन खर्चों के लिए पेश किया जाता है, जो नई योजनाओं के लिए आवश्यक होते हैं या जिनका प्रावधान मूल बजट में नहीं हो सका था. शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन वित्त मंत्री सुरेश खन्ना दोपहर 12 बजे विधानसभा में यह अनुपूरक बजट पेश करेंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उनके आवास पर कैबिनेट बैठक बुलाई गई, जिसमें अनुपूरक बजट के मसौदे को अंतिम स्वीकृति दी गई. इस बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और अन्य कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे.
सत्र में आज भी हो सकता है हंगामा
विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा था. पल्लवी पटेल ने सोमवार को सदन में सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा रोकने के बाद पल्लवी पटेल ने चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के पास धरने पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया, जो देर रात तक जारी रहा. इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने भी सदन की कार्यवाही के दौरान जमकर हंगामा किया. ऐसे में आज फिर विपक्ष द्वारा सदन में हंगामे की संभावना जताई जा रही है.
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मुख्य मुद्दे और बजट का फोकस
योगी सरकार का यह अनुपूरक बजट मुख्य रूप से महाकुंभ 2025 की तैयारियों को गति देने के साथ-साथ जेवर एयरपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए वित्तीय आवंटन सुनिश्चित करेगा. इसके अलावा अन्य योजनाओं और विकास कार्यों को भी इस बजट में शामिल किए जाने की संभावना है. विपक्ष का लगातार आरोप है कि सरकार जनहित के असल मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है. दूसरी ओर सत्तारूढ़ दल का कहना है कि विकास कार्यों को पूरा करने के लिए वित्तीय प्रबंधन मजबूत किया जा रहा है. कुल मिलाकर, इस बजट को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाती हुई नजर आ रही है. विपक्ष जहां सरकार को घेरने की तैयारी में है वहीं सत्तापक्ष विकास योजनाओं को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए कदम उठा रहा है. अब देखना यह होगा कि इस अनुपूरक बजट को लेकर सदन में क्या स्थिति बनती है और कितना हंगामा होता है.