शिक्षकों की पिटाई के बाद अनिश्चितकाल के लिए बंद हुआ लखनऊ विश्वविद्यालय
एडमिशन की मांगो को लेकर कई दिनों से धरना दे रहे छात्रों ने विश्वविद्यालय में जमकर बवाल काटा। इस दौरान छात्रों ने शिक्षकों की बर्बरता पूर्वक पिटाई की है।
पूर्व छात्रों ने बाहरी लोगों के साथ मिलकर शिक्षकों के साथ मारपीट की। मारपीट में दर्जनों शिक्षक बुरी तरह से घायल हो गए है। इतना ही नही छात्रों ने शिक्षकों के कपड़े तक फाड़ दिए।
प्रॉक्टर, डीएसडब्लू और डीन सीडीएस भी चोटिल
एडमिशन को लेकर कई दिनों से छात्र धरना दे रहे थे। इस दौरान पूर्व छात्रों ने बाहरी लोगों के साथ मिलकर शिक्षकों के साथ मारपीट की।
इतना ही नही छात्रों ने कुलपति की गाड़ी का कांच भी तोड़ दिया। इस दौरान प्रॉक्टर, डीएसडब्लू और डीन सीडीएस भी चोटिल हुए हैं।
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लखनऊ विश्वविद्यालय कुलपति एस पी सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने मारपीट की है वो लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नही हैं।
बाहर के करीब 25 से 30 लोगों ने विश्वविद्यालय में आकर शिक्षकों की पिटाई की। इस मारपीट में विश्वविद्यालय के दर्जनों शिक्षको के कपड़े तक फाड़ दिये गए। बाहरी लोगों ने मेरी गाड़ी के कांच तक तोड़ दिए गए।
गुंडों से निपटने का काम नही है…
इतना ही नही शिक्षकों को बुरी तरह पीटा गया है। उन पर पत्थर फेंके गए है। शिक्षको के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई।
कुलपति ने बताया कि वे लोग खुद को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बता रहे हैं जिन्होंने विश्वविद्यालय में आकर बवाल काटा है। लखनऊ विश्वविद्यालय का काम छात्रों को शिक्षित करने का है गुंडों से निपटने का काम नही है।
एसपी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि तीन चार दिन से छात्र धरना दे रहे थे। 20-30 छात्रों ने शिक्षकों के साथ मारपीट की है। तहरीर दिए जाने के बाद ही किसी प्रकार की कार्रवाई की जायेगी। पुलिस ने तीन लोगो को गिरफ्तार कर लिया है।
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