माइनस 50 डिग्री से नीचे रहता है रूस के इस शहर का तापमान, यहां नहीं पड़ती गर्मी, जानें पृथ्वी की सबसे ठंडी सिटी के बारे में

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इस कड़ाके की ठंड में रूस-यूक्रेन युद्ध तो अभी तक जारी है लेकिन रूस का ही ऐसा शहर है जहां लोग यूक्रेन से लड़ने से ज्यादा ठंड से लड़ने को कठिन मान रहे हैं. दरअसल, पृथ्वी पर सबसे ठंडे कहे जाने वाले साइबेरियाई शहर याकुत्स्क में असामान्य रूप से लंबे शीतकाल के दौरान इस सप्ताह तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया है. यह शहर राजधानी मॉस्को से 5,000 किमी पूर्व में स्थित है. इस शहर के निवासी अक्सर पारे को माइनस 40 से नीचे गिरता हुआ ही देखते हैं.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक स्थानीय महिला अनास्तासिया ग्रुज़देवा ने अपने को ठंड से बचाने के लिए खुद को पूरी तरह से कवर करते हुए कहा, ‘आप इस कड़ाके की सर्दी से नहीं लड़ सकते, इससे बचने के लिए आप बस उपाय खोजते हैं, अगर आप खुद को इसके लिए तैयार नहीं करेंगे तो जाहिर सी बात है आप इसके चपेट में आ जाएंगे. अगर आपको ठंड सच में महसूस नहीं हो रही तो हो सकता है कि आपका मस्तिष्क आपको समझा रहा हो कि सब कुछ सामान्य है.’

गर्मियों में भी ठंडा रहता है शहर…

उत्खनन के लिए मशहूर इस शहर के निवासी अक्सर यहां के तापमान को -40 डिग्री से नीचे गिरते हुए देखते रहते हैं। यहां की रहने वाली अनास्तासिया ग्रुज़देवा ने कहा कि हमें बचने के लिए कई स्कार्फ, जैकेट और दस्ताने पहनने पड़ते हैं। आप मौसम से लड़ नहीं सकते। या तो आप इसके अनुसार खुद को ढाल लीजिए या फिर इसके पीड़ित बनिए।

ठंड से निपटना आसान…

उन्होंने आगे कहा, ‘शहर में वास्तव में हमें ठंड का अहसास नहीं होता। हो सकता है कि हमारे दिमाग ने मान लिया हो कि अब सब कुछ नॉर्मल है।’ जमी हुई मछली बेचने वाली नर्गुसुन स्टारोस्टिना ने कहा कि ठंड से निपटना कोई विशेष रहस्य नहीं है। हमारे लिए अब चीजें सामान्य हो गई हैं। बस आपको गर्म कपड़े पहनने होते हैं।

उत्तरी इलाकों में होती है ठंड…

धरती के गोलार्ध के करीब जैसे-जैसे आप जाएंगे वैसे ही वहां ठंड बढ़ने लगती है। रूस और यूरोप उत्तरी गोलार्ध के करीब हैं इसलिए यहां भयानक ठंड देखने को मिलती है। भारत में ही उत्तर और दक्षिण के इलाकों में तापमान अलग-अलग होता है। राजस्थान के सीकर जिले में पाता शून्य से 4.7 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया। पूरे भारत में ही ऐसी ठंड देखने को मिल रही है।

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