प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का राष्ट्रपति ने किया शिलान्यास, बोले आशीर्वाद देने आए हैं इंद्रदेव

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोरखपुर में भटहट के पिपरी में आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) की आधारशिला रखी।

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोरखपुर में भटहट के पिपरी में आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) की आधारशिला रखी। यह उत्तर प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय है। राष्ट्रपति सुबह सेना के हैलीकॉप्टर से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भटहट के पिपरी पहुंचे। शिलान्यास समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।

महायोगी गुरु गोरखनाथ:

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोरखपुर के पिपरी में उत्‍तर प्रदेश के पहले आयुष विवि का शिलान्‍यास किया। इस विवि का नाम महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्‍वविद्यालय है। राष्ट्रपति ने कहा कि शरीर निरोग रहे इस ध्‍येय को सफल बनाने ले लिए यूनिवर्सिटी की स्थापना हो रही है। उन्होंने कहा कि गुरुओं की महिमा बताने वाले गुरु गोरखनाथ ने कहा था कि सुख स्वर्ग है और दु:ख नरक। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ ने पूरी दुनिया में योग की महिमा को स्थापित किया था।

सभी देशों ने किया आयुर्वेद का अनुसरण:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। केंद्र सरकार ने आयुष मंत्रालय का अलग से गठन किया है। इस मंत्रालय ने लोंगो को आरोग्यता प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्ष से पूरी दुनिया कोरोना महामारी से परेशान है। ऐसे में दुनिया के प्रत्येक देश भारत की परंपरागत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का अनुसरण कर रहें हैं। देश की आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने के क्रम में ही प्रदेश सरकार आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है।

 

आशीर्वाद देने आए इंद्रदेव:

महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्‍वविद्यालय के शिलान्‍यास कार्यक्रम के दौरान अचानक जोरदार बारिश शुरू हो गई तो राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने सम्‍बोधन की शुरुआत में ही बारिश का स्‍वागत अलग तरीके से किया। उन्‍होंने कहा कि भगवान इन्‍द्रदेव भी अपना आशीर्वाद देने हम सबके बीच में आ गए हैं।

 

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