थमने का नाम नहीं ले रहा आस्था का सैलाब, हर तरफ जाम ही जाम

वाराणसी: प्रयागराज महाकुंभ अब समाप्त होने की ओर है और इसका असर काशी में देखने को मिल रहा है. महाकुंभ के पलट प्रवाह से उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण मंगलवार की सुबह एक बार फिर शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई.

शहर की हालत यह रही की सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए. इसके चलते बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही शहरवासियों को भी खासा परेशान होना पड़ा. मंगलवार को शहर में करीब 70 हजार गाड़ियां विभिन्न प्रदेशों और गैरजिलों से आईं. गंगा स्नान और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए विभिन्न वाहनों से करीब 12 लाख लोग शहर में आए. इतने लोगों को शहर में आने के कारण शहर के विभिन्न इलाकों में लोग 3 से 4 घंटे जाम में फंसे रहे.

शहर को चोक कर रहे सड़क किनारे खड़े बाहरी वाहन

विभिन्न प्रांतों से आये वाहनों को शहर से बाहर न रोके जाने से यह स्थिति हुई कि वहां जहां-तहां रुक गए. हालांकि बाद में डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल काफी सख्त हुए. जिसपर विभिन्न थाना और चौकियों की पुलिस सक्रिय हुई. बाहरी नम्बर के वाहनों को शहर में प्रवेश करने से रोका गया. तब जाकर दोपहर एक बजे के बाद स्थिति सामान्य हुई. जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर बाहर से आए गाड़ियों को शहर से बाहर रोका गया.

दरअसल, भोर में प्रयागराज से लौटे विभिन्न प्रांतों के वाहनों को शहर में आने से रोका नहीं गया. परिणाम यह रहा कि सैकड़ों वाहन शहर में प्रवेश कर गए. देखते ही देखते प्रमुख मार्ग वाहनों से पट गए. सामने घाट और राजघाट पुल पर भयानक जाम लगा. जाम समाप्त करने में पुलिस के पसीने छूट गए. हालांकि उच्चाधिकारियों के आदेश का असर देखने को मिला.

सड़क की मरम्मत ने थामी वाहनों की रफ्तार

डाफी से टेंगरा मोड़ के बीच लौटूबीर पुलिया के ऊपर और मलहिया अंडरपास पर इन दिनों सड़क की मरम्मत का काम चल रहा है. इसके चलते फोर लेन, रोड टू लेन में परिवर्तित हो गई है. मरम्मत के इस काम ने हाईवे पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगा दी है. इसके चलते डाफी टोल प्लाजा के पहले से टेंगरा मोड़ के आगे तक भीषण जाम की स्थिति रह रही है. वाहनों का दबाव इतना ज्यादा है कि पुलिस के लाख प्रयास के बाद भी स्थिति नियंत्रित नहीं हो पा रही है.

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मंदिर और घाट श्रद्धालुओं से पटे…

काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में पैर रखने की भी जगह नहीं बची. मैदागिन से गोदौलिया, अस्सी तक चौतरफा भीड़ ही नजर आ रही थी. खास यह कि इसमें लगातार इजाफा हो रहा था. भक्तों का रेला चल रहा था. दर्शन पूजन के लिए आने वाले यात्री अपने वाहन सड़क किनारे खड़े करके चले गए. काशी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा पर देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं के सैलाब से काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के साथ ही शहर के अन्य मंदिर, घाट अटे पड़े हैं.