जानें Book my Show कंपनी के मालिक की कहानी, हकीकत जान कर रह जाएंगे दंग

0

देश में जिस काम को लोग बुरी नजर से देखते हो और आप उसी काम को करने की ठान लें तो सुनने में अजीब लगेगा। साथ शायद कुछ लोग आपको पागल भी समझें, लेकिन काम को किस ढंग से और कैसे किया जाना है ये तय करता है कि आप काम को उसी ढर्रे पर चलाना चाहते हैं जिस ढर्रे पर सभी चला रहे हैं या फिर आप उस लीक से हटकर काम करना चाहते हैं। कुछ ऐसा ही किया आशीष ने।

आशीष मुंबई यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के बाद नौकरी करने के लिए निकल पड़े। उन्होंने । 1997 में एडवरटाइजिंग कंपनी हिंदुस्तान थॉमसन एसोसिएट के साथ उन्होंने अपने कॅरिअर की शुरुआत की। यहां इंटरनेट के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं से प्रभावित होकर 24 साल के आशीष के मन में नए – नए आइडिया आने लगे।

जिनके चलते उन्होंने यहां फ़ैनडैंगो और टिकटमास्टर जैसी इंटरनेशनल टिकटिंग कंपनियों की वेबसाइट खंगाली। अफ्रीका से लौटते हुए पूरे सफर के दौरान आशीष इन्हीं आइडियाज के बारे में सोचते रहे। आशीष ने अपने देश में टेलीफोन और इंटरनेट के जरिए मूवी के टिकट बेचने का फैसला लिया और इसके लिए नौकरी छोड़ दी। यह वह दौर था जब सिनेमा के टिकट बेचना अच्छा नहीं समझा जाता था।

ऐसे में यह फैसला लेना काफी मुश्किल था, चुनौतियों के बावजूद उन्होने 1999 में बिग ट्री एंटरटेनमेंट की स्थापना की। इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए आशीष ने अपने बिजनेस प्लान के बारे में बताते हुए चेज़ कैपिटल को एक ईमेल भेजा, करीब सात दिन बाद वहां से जवाब आया और आधा मिलियन डॉलर की फंडिंग के निवेश के साथ उन्होनें कारोबार की शुरुआत की।

Also read : एक वॉचमैन कैसे बन गया बॉलीवुड का बादशाह, जानें कैसा है नवाजुद्दीन का सफर

इस दौरान देश कम्प्यूटर से परिचय ही कर रहा था, कम लोगों के पास क्रेडिट कार्ड हुआ करते थे और नेट बैंकिंग से तो कोई भी वाकिफ नहीं था। दूसरी परेशानी यह थी कि यहां थिएटरों और सिंगल स्क्रीन्स में ई-टिकटिंग सॉफ्टवेयर का अभाव था, ऐसे में आशीष पहले थिएटरों से बड़ी मात्रा में टिकट खरीदते और फिर कस्टमर्स को उपलब्ध करवाते थे। तमाम चुनौतियों के बीच आशीष ने हिम्मत नहीं हारी।

2001 में बिग ट्री के पास 160 कर्मचारियों की टीम तैयार हो चुकी थी कि तभी डॉट कॉम ठप्प पड़ गया। इससे उबरने के लिए आशीष को सख्त कदम भी उठाने पड़े। लगातार कोशिशों के बल पर उन्होने कंपनी को संकट के दौर से निकाला और 2002-04 में कंपनी को सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन प्रोवाइडर का दर्जा दिलाया, जो थिएटरों को ऑटोमेटेड टिकटिंग सॉफ्टवेयर प्रदान करती है। 2007 में आशीष ने बिग ट्री को बुक माय शो के नाम से रीलॉन्च किया। आज बुक माय शो 1000 करोड़ के वैल्यूएशन क्लब में शामिल हो गया है और कंपनी ने ऑनलाइन एंटरटेनमेंट टिकटिंग का 90 फीसदी से ज्यादा बिजनेस अपने नाम कर लिया है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More