बीएचयू में महिला प्रोफेसर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का छात्र ने लगाया आरोप, डीन आफ स्टूटडेंट का घेराव

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने डीन ऑफ स्टूडेंट आफिस का घेराव किया.

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काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने आज शनिवार को डीन ऑफ स्टूडेंट आफिस का घेराव किया. छात्रों ने राजनीतिक विज्ञान विभाग की एक महिला प्रोफेसर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पूरे क्लास के सामने परास्नातक के एक छात्र को रेपिस्ट बोल दिया. इस बात को लेकर करीब आधा घंटा तक छात्रों ने जमकर हंगामा किया. पीड़ित छात्रा के समर्थन में पहुंचे अन्य छात्रों ने इस पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं, इस मामले में छात्र ने डीन आफ स्टूडेंट को एक प्रार्थना पत्र भी दिया है.

क्लास में की अभद्र टिप्पणी

पीड़ित एमए प्रथम वर्ष के छात्र का कहना है कि वह छह सितंबर को राजनीतिक विज्ञान विभाग में क्लास कर रहा था. वह क्लास में मौजूद महिला प्रोफेसर को बहुत ध्यान से सुन रहा था. छात्र ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि इस दौरान प्रोफेसर साहिबा द्वारा मुझसे कहा गया कि तुम्हारे देखने का तरीका ये बताता है कि तुम रेपिस्ट हो, कास्टिस्ट हो, सेक्सिस्ट हो.

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क्लास में 70 से अधिक छात्रों के समक्ष इस प्रकार का कथन कहा गया जिसके कारण मुझे मानसिक प्रताड़‌ना पहुंची है. छात्र ने कहा कि कक्षा के अन्य विद्यार्थी ,प्रोफेसर मैम के कथन को सुनकर मुझे रेपिस्ट कहकर चिढ़ा सकते हैं. अतः आपसे विनम्र निवेदन है आप उचित कार्यवाही करें नहीं तो में सुसाइड करने को बाध्य हो सकता हूँ”.

एबीवीपी के पदाधिकारी ने किया विरोध

इस मामले में एबीवीपी के प्रांतीय मंत्री शोध छात्र अभय प्रताप सिंह ने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में इस तरह का प्रकरण शर्मनाक है. कक्षाओं में छात्रों के साथ इस प्रकार की प्रताड़ना करना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है. यह कोई पहली घटना नहीं है. इसके पूर्व भी इन्हीं शिक्षिका द्वारा कक्षा में छात्रों को कलावा, भगवा गमछा पहनने पर प्रताड़ना के मामले आए हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की कोई कार्रवाई न होने से यह बेलगाम होती जा रही हैं.

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ऐसी घटनाओं को संरक्षण देने के बजाए विश्वविद्यालय प्रशासन को कार्यवाई करनी चाहिए अन्यथा छात्र बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे. डीन ऑफ स्टूडेंट अनुपम नेमा ने इस मामले में छात्रों की बातों को सुनकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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