रंग-बिरंगे फुटवियर की शौकीन थीं शीला दीक्षित, संगीत से था गहरा लगाव

0

दिल्ली की लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहीं और राष्ट्रीय राजधानी को आधुनिक शहर का स्वरूप देने वालों में शामिल शीला दीक्षित का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

वह 81 साल की थीं। फोर्टिस-एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में तीन बजकर 55 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

संगीत से था लगाव, रंगीन फुटवियर का था शौक-

शीला दीक्षित को शुरुआत से ही संगीत का बेहद शौक था। वह अपने पसंदीदा गाने सुनने के लिए रेडियो के पास बैठी रहती थीं। इसके अलावा उन्हें आम लड़की की तरह रंग-बिरंगे जूते-चप्पल पहनने का भी शौक था। उनक पास इसका अच्छा खास कलेक्शन भी था।

अपनी आत्मकथा ‘सिटीजन दिल्ली: माई टाइम्स, माई लाइफ’ में अपने फुटवियर के जुनून के बारे में शीला कहती हैं कि उस समय उन्हें पांच रुपए पॉकेट मनी के तौर पर मिलते थे और कुछ ही दिनों में उन्होंने सिंपिल डिजाइन वाले रंग-बिरंगे फुटवियर खरीदने के लिए पर्याप्त धन बचा लिया था।

पंजाब में जन्मी थीं शीला दीक्षित-

शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की।

कद्दावर नेता शीला दीक्षित पहली बार साल 1984 में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद चुनी गईं। बाद में वह दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हुईं।

शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित भी राजनीति में हैं। वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से 2004 से 2014 बीच दो बार सांसद रहे हैं ।

हाल में शीला दीक्षित ने उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह जीत नहीं पायी थीं। दिल्ली विधानसभा में उन्होंने नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।

यह भी पढ़ें: यूपी के उन्नाव से था शीला दीक्षित का गहरा नाता

यह भी पढ़ें: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित का निधन

 

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More