ये हैं ‘हुराकैन’ खरीदने वाली पहली भारतीय महिला
आज महिलाएं खुद अपनी मेहनत से अपने सपने पूरे करती हैं। कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है एक हाउसवाइफ ने, जिन्होंने लाखों लोगों के सपने को हकीकत में जीकर दिखाया है। जी हां, एक 40 वर्षीय घरेलू महिला और तीन बच्चों की मां भारत की ऐसी पहली महिला बन गई है, जिन्होंने ‘लेम्बोर्गिनी हुराकैन’ जैसी महंगी और लग्जरी कार खरीदी हो। इस महिला का नाम शीतल दुगर है। हुराकैन वो गाड़ी है जिसे चलाने का सपना लाखों देखते हैं।
तीन करोड़ की कार
शीतल दुगर कोलकाता की रहने वाली हैं। इन दिनों वे सड़कों पर सब्जी खरीदने या फिर रेसिंग के लिए निकलती हैं तो कार और उसकी रफ्तार देख लोग हैरान रह जाते हैं। बता दें कि शीतल ने जो मॉडल खरीदा है, भारत में उसकी मार्केट रेट तीन करोड़ बताई जा रही है।
इस कार की खासियत यह है कि ये 3.2 सेकेण्ड में 100किमी की रफ्तार पकड़ सकती है और इसकी टॉप स्पीड है 325 किमी प्रति घंटा है।
रेसिंग का शौक
शीतल 40 साल की हैं और उनके तीन बच्चे हैं। शीतल की शादी 19 साल की उम्र में कोलकाता के बिजनेसमैन विनोद दुगर से हुई थी। घर और बच्चों को संभालने के अलावा वे रेसिंग का शौक रखती हैं। शीतल इकलौती ऐसी महिला हैं जो क्लब जीटी के दौरान रेसिंग करती हैं। बताया जाता है कि यहां होने वाली रेस में शीतल को अब तक कोई भी हरा नहीं पाया है।
नहीं आता था कार चलाना
आपको जानकर हैरानी होगी कि शादी के पहले शीतल को ड्राइविंग तक करनी नहीं आती थी। अपने ड्राइविंग सीखने के अनुभव को सांझा करते हुए शीतल बताती हैं कि उन्हें हमेशा बच्चों को स्कूल छोड़ने से लेकर किसी भी छोटे काम के लिए उन्हें ड्राइवर की जरुरत पड़ती थी। इसलिए उन्होंने ड्राइविंग सीखी। अपने साथ हुए एक वाक्ये ने इस महिला को इतना प्रेरित किया कि आज वो कार रेसिंग की चैम्पियन है।
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