वकील बनकर ‘फंसा’ रोबोट! दर्ज हुआ केस, बीना लाइसेंस करा रहा था लॉ प्रैक्टिस

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यूएस आधारित स्टार्टअप डूनॉटपे (DoNotPay) ने हाल ही में दुनिया का पहला AI टेक्नोलॉजी पर आधारित रोबोट वकील पेश किया था। कंपनी ने कहा था कि यह रोबोट ओवर स्पीडिंग से जुड़े मामलों में कानूनी सलाह देगा। लेकिन अब रोबोट खुद ही मुसीबत में है, क्योंकि AI लॉयर पर बिना लाइसेंस के लॉ की प्रैक्टिस करने का आरोप लगा है। रोबोट पर अमेरिका में केस भी दायर किया गया है।

रोबोट पर दर्ज हुआ केस…

शिकागो बेस्ड लॉ फर्म एडल्सन ने एआई टेक्नोलॉजी पर आधारित रोबोट वकील पर मुकदमा दायर किया है। लॉ फर्म का कहना है कि रोबोट लॉयर के पास कानून की डिग्री नहीं और वह बिना डिग्री और लाइसेंस लॉ की प्रैक्टिस कर रहा है। फर्म का कहना है कि हकीकत में डूनॉटपे एक रोबोट है, वकील या कानूनी फर्म नहीं है। रोबोट के पास कानून की डिग्री नहीं है और कोई इसे सुपरवाइज भी नहीं करता।

बता दें कि एआई रोबोट वकील को बनाने वाली कंपनी डूनॉटपे ने शुरुआत में इसे छोटे-मोटे कामों जैसे ओवर स्पीडिंग से जुड़े मामलों में कानूनी सलाह देने के लिए तैयार करने की बात कही थी। कंपनी ने कहा था कि यह रोबोट फरवरी से अमेरिकी कोर्ट में ओवर स्पीडिंग से जुड़े मामलों में कानूनी बहस करेगा।

CEO ने खुद दी जानकारी…

डूनॉटपे के संस्थापक और सीईओ जोशुआ ब्राउनर ने ट्विटर पर मुकदमे की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, ” बुरी खबर! अमेरिका के सबसे अमीर क्लास एक्शन वकील जे एडल्सन मेरे स्टार्टअप DoNotPay पर मुकदमा कर रहे हैं। मिस्टर एडल्सन, जिन्होंने अरबों कंपनियों पर मुकदमा किया है, हम पर बिना लाइसेंस लॉ की प्रैक्टिस करने का आरोप लगा रहे हैं। मिस्टर एडल्सन एआई प्रोडक्ट को समाप्त करने के लिए अदालती आदेश की मांग कर रहे हैं।”

जुर्माने से बचने के तरीके बताएगा रोबोट…

एआई रोबोट वकील बनाने वाली कंपनी डूनॉटपे के संस्थापक और सीईओ जोशुआ ब्राउनर ने रोबोट की लॉन्चिंग के समय कहा था कि कानून कोड और भाषा का लगभग मिलाजुला स्वरूप है, इसलिए इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा सकता है। ब्राउनर ने कहा था कि उनका यह रोबोट स्मार्टफोन पर चलता है, जो अदालती कार्यवाही को सुनने के बाद जुर्माने से बचने के तरीके भी बताएगा।

इसलिए हुआ रोबोट पर केस…

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंटरनेट एक्सेस वाले स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस की न्यायालयों में आमतौर पर अनुमति नहीं दी जाती है। वहीं अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस का कोर्ट में उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित किया हुआ है। लेकिन कंपनी का कहना था कि कोर्ट में हियरिंग के दौरान सभी एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा और रोबोट वकील को सुनवाई के दौरान एपल एयरपॉड्स के माध्यम से कनेक्ट रखा जाएगा। लेकिन अब रोबोट पर बिना डिग्री के लॉ की प्रैक्टिस करने का आरोप लगाया गया है।

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