अमेरिका में बोले राहुल , कहा- भारतीय राजनीति में प्यार, सम्मान और विनम्रता नहीं
तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका गए राहुल गांधी ने डलास में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि- भारतीय राजनीति प्यार, सम्मान और विनम्रता खो चुकी है. इतना ही नहीं राहुल ने आरएसएस भी हमला बोला और कहा कि आरएसएस का मानना है कि भारत एक विचार है और मेरा मानना है कि भारत विचारों की बहुलता है. हमारा मानना है कि इसमें सभी को शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए, सपने देखने की अनुमति दी जानी चाहिए और उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें जगह दी जानी चाहिए.
बेरोजगारी का उठाया मुद्दा, कहा-भारत में कौशल की कोई कमी नही
बता दें कि अमेरिका में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने बेरोजगरी का भी मुद्दा उठाया और कहा कि भारत, अमेरिका और पश्चिम के अन्य देश इस समस्या से जूझ रहें हैं. जबकि चीन में ऐसा नहीं है, क्योंकि वह वैश्विक उत्पादन पर हावी हो रहा है. रविवार को डलास में टेक्सास यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत में कौशल की कोई कमी नहीं है, अगर देश प्रोडक्शन के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर दे, तो वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकता है.
अमेरिका से भी गया प्रोडक्शन…
राहुल गांधी ने कहा कि 40, 50 और 60 के दशक में अमेरिका प्रोडक्शन का केंद्र था. लेकिन अब यहां कुछ भी नहीं. पहले अमेरिका में कार, वॉशिंग मशीन या फिर टीवी, सभी चीजें बनती थीं, लेकिन अब अमेरिका से प्रोडक्शन चला गया और वो अब कोरिया, जापान और चीन में शिफ्ट हो गया. उन्होंने कहा कि चीन ने ग्लोबल प्रोडक्शन में सबको पीछे छोड़ दिया है.
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प्रोडक्शन का आइडिया चीन को सौंप दिया
राहुल गांधी ने कहा कि वेस्ट, अमेरिका, यूरोप और इंडिया के पास प्रोडक्शन का आइडिया था, लेकिन उन्होंने इसे चीन को सौंप दिया है. प्रोडक्शन का काम रोजगार पैदा करता है. हम क्या करते हैं, अमेरिका क्या करता है, वेस्ट क्या करता है? राहुल ने कहा कि भारत को प्रोडक्शन के काम और उसे कैसे ऑर्गेनाइज किया जाता है, उसके बारे में सोचना होगा. हालांकि, भारत इन मसलों पर सिर्फ कहता है, ठीक है. इससे काम नहीं चलने वाला है.