राजनीतिक पार्टियों ने क्यों टाल दिया था चुनावी अभियान ? दिलचस्प है वजह

भारतीय संस्कृति में शुभ मुहूर्त का बहुत महत्त्व है। जीवन में जन्म से लेकर मृत्युपर्यंत तक शुभ समय का संबंध निरंतर चलता रहता है।

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भारतीय संस्कृति में शुभ मुहूर्त का बहुत महत्त्व है। जीवन में जन्म से लेकर मृत्युपर्यंत तक शुभ समय का संबंध निरंतर चलता रहता है। शुभ मुहूर्त को देखकर ही किसी भी प्रकार के नए कार्य को प्रारंभ किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए। सामान्य व्यक्ति के साथ-साथ राजनीतिक पार्टीयां भी आस्था के इस परंपरा के पालन को तवज्जो देती हैं।

चुनाव संबंधी गतिविधियां नवरात्र से की जाएंगी शुरू:

उत्त्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी जड़ों को जमाने के लिए पूरी ताकत लगाना शुरू कर दी हैं। लेकिन अधिकांश दल अपनी मेगा योजनाओं को लागू करने के लिए ‘पितृ पक्ष’ समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि धार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्रि किसी भी कार्य को प्रारंभ करने के लिए शुभ अवसर माना जाता है। इसलिए शुभ मुहूर्त के महत्त्व को ध्यान में रखते हुए सभी रैलियां, सभाएं या चुनाव संबंधी अन्य गतिविधियां नवरात्र से शुरू की जाएंगी।

कांग्रेस-सपा-आप ने टाला चुनाव अभियान:

विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्रा की शुरुआत 2 अक्टूबर से होने वाली थी। लेकिन प्रियंका गांधी ने दिग्गज कांग्रेसियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए पितृ पक्ष में नए कार्यक्रमों की शुरुआत टाल दी थी। अब नवरात्रि से चुनावी कार्यक्रम शुरू होगा। सूत्रों के मुताबिक यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के 150 उम्मीदवारों की पहली सूची भी तैयार कर ली गई है, यह नवरात्रि में जारी की जाएगी। पितृ पक्ष की समाप्ति के तुरंत बाद मेरठ, गोरखपुर और प्रयागराज में जनसभा का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी भी नए चुनाव अभियान शुरू करने जा रहे हैं, लेकिन घोषणाओं को पितृ पक्ष के समाप्ति तक के लिए रोक दिया गया है।

भाजपा:

प्रमुख विपक्षी दल जहां शुभ मुहूर्त के इंतजार में अपने चुनावी कार्यक्रमों को ठंडे बस्ते में डाल दिया वही भारतीय जनता पार्टी (जो की हिन्दुत्ववादी राजनीति के लिए जानी जाती है)  ने कई मौंकों पर शुभ मुहूर्त की परवाह किए बगैर तमाम बड़े फैसले लेकर मिथकों और परंपराओं को तोडा है। हाल ही में पितृपक्ष के दौरान ही उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। वही मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 नई शहरी परियोजनाओं का शुभारंभ किया।

 

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