केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर देश भर हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. हर जगह से बवाल, पथराव और आगजनी की खबरे सामने आ रही हैं. इन सबके बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने अग्निपथ योजना का नाम लिए बिना अपना बयान दिया. सोमवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा ‘कुछ योजनाएं शुरुआत में अनुचित लग सकती हैं, लेकिन ये बाद में राष्ट्र निर्माण में मदद करती हैं. सुधार का रास्ता ही हमें आगे नए लक्ष्यों और नए संकल्प की ओर ले जा सकता है.’ इस दौरान उन्होंने देश के रेलवे सिस्टम की प्रशंसा भी की. बता दें सोमवार को देश के कुछ संगठनों ने भारत बंद का आव्हान भी किया. अलग-अलग राज्यों में इसका मिलाजुला असर भी देखा गया.
पीएम मोदी ने मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र (सीबीआर) का उद्घाटन करने और एक मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल की नींव रखी. इसके बाद पीएम मोदी ने भाषण में कहा ‘हर देश को स्वास्थ्यसेवा को सर्वाधिक महत्व देना चाहिए. सीबीआर का उद्घाटन करके मुझे बहुत खुशी हुई.’ बता दें 280 करोड़ रुपये की लागत से बने सीबीआर की आधारशिला पीएम मोदी ने स्वयं रखी थी.
पीएम मोदी ने आगे कहा ‘यह खुशी इसलिए और भी बड़ी है, क्योंकि इस परियोजना की नींव रखने का सम्मान भी मुझे ही मिला था. यह केंद्र मस्तिष्क संबंधी विकारों के प्रबंधन संबंधी अनुसंधान में अग्रणी रहेगा.’
Karnataka | Prime Minister Narendra Modi laid the foundation stone of Coaching terminal at Naganahalli Railway Station and dedicate to the nation the ‘centre of excellence for persons with communication disorders’ at All India Institute of Speech and Hearing, in Mysuru pic.twitter.com/40PrEV1FOd
— ANI (@ANI) June 20, 2022
इसके बाद पीएम मोदी मैसूर पहुंचे. यहां उन्होंने कहा ‘कर्नाटक देश के उन राज्यों में से एक है जहां देश की आर्थिक और आध्यात्मिक संपन्नता, दोनों के दर्शन एक साथ होते हैं. अपनी पुरातन संस्कृति को समृद्ध करते हुए हम कैसे 21वीं सदी के संकल्पों को सिद्ध कर सकते हैं, इसका कर्नाटका एक उत्तम उदाहरण है. इस धरती ने नलवाडी कृष्णा वोडेयार, सर एम विश्वेश्वरैया, राष्ट्रकवि कुवेंपु जैसे अनेक महान व्यक्तित्व देश को दिए हैं. ऐसे व्यक्तित्वों का भारत की विरासत और विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है.’
पीएम मोदी ने कहा ‘बीते 8 वर्षों में हमारी सरकार ने जो योजनाएं बनाईं उनमें इस भावना को प्राथमिकता दी गई कि वो समाज के सभी वर्गों, सभी क्षेत्रों को छूएं, उन तक पहुंचें. एक तरफ हमने स्टार्ट अप पॉलिसी के तहत युवाओं को इंसेंटिव दिए तो वहीं किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा भी दे रहे हैं. हमारी सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि हमारे दिव्यांग साथियों की दूसरों पर निर्भरता कम से कम हो. इसलिए हमारी करेंसी में, सिक्कों में दिव्यांगों की सुविधा के लिए नए फीचर जोड़े गए हैं. देश भर में दिव्यांगों की पढ़ाई से जुड़े कोर्स को अधिक समृद्ध किया जा रहा है.’