आजमगढ़ दौरे पर पीएम, देश के सबसे बड़े एक्सप्रेस का करेंगे शिलान्यास

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2014 की मोदी लहर में जब पूरा पूर्वांचल पक्ष में खड़ा हुआ तो इकलौता आजमगढ़ ही था जो ‘विपक्ष’ की भूमिका में रहा। शायद यही वजह है कि पीएम मोदी ने शनिवार को नौ जिलों से गुजरने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास का पत्थर रखने के लिए विपक्ष के इस गढ़ को चुना।

मोदी की निगाह विकास के एक्सप्रेस-वे से 2019 की राह सुगम बनाने पर रहेगी। इसके लिए दो दिनों तक आजमगढ़, वाराणसी से लेकर मीरजापुर तक मोदी मंच से सड़क तक मंथन करते नजर आएंगे। पीएम दोपहर एक बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और यहां से सेना के हेलिकॉप्टर से आजमगढ़ जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को देश के सबसे लम्बे एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने के बाद गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र के मंदूरी में जनसभा को सम्बोधित करेंगे। संयोग से यह विधानसभा सीट भी एसपी के पास है। आजमगढ़ में 2014 और 2017 की लगातार नाकामियों के बाद भी मोदी की उम्मीद की दो वजह हैं। पहली यह कि अब एसपी के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हो चुके मुलायम सिंह यादव आजमगढ़ से चुनाव न लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। दूसरी कि यादव-मुस्लिम बहुल सीट पर 2009 में कमल खिलाने वाले रमाकांत यादव अब भी बीजेपी के साथ बने हुए हैं।

340 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास

मुलायम की उपेक्षा के बहाने भी अखिलेश यादव और गठबंधन की कवायद पर निशाना साधने की जमीन बनेगी। इसलिए मोदी जहां आजमगढ़ पर बीजेपी के लिए दावा ठोंकेंगे, वहीं पूर्वांचल की करीब डेढ़ दर्जन सीटों से भी शिलान्यास, लोकार्पण और जनसभाओं तक समीकरण साधने पर भी केंद्रित करेंगे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मोदी का मंच पर साथ देंगे।

परीक्षा के पहले ‘होम’वर्क!

2019 में उभरते महागठबंधन की काट के लिए भी बीजेपी के पास मास्टरस्ट्रोक के तौर पर नरेंद्र मोदी ही हैं। इस जद्दोजहद में अपना ‘घर’ न गड़बड़ हो, मोदी को इसकी भी चिंता है। इसलिए अगली परीक्षा के पहले मोदी अपनी सीट पर भी ‘होम’वर्क करेंगे। आजमगढ़ में मोदी विपक्ष के सरकार में रहने के दौरान उपेक्षा के चलते उपजी दुश्वारियां गिनाएंगे। उसके कुछ ही घंटों बाद वाराणसी में जनसभा कर अपने वोटरों को अपेक्षाओं और उस पर अपने बढ़ते कदमों का हिसाब देंगे। इस दौरान भी ‘उम्मीदों’ को और धार देने के लिए करीब 1000 करोड़ रुपये की वाराणसी केंद्रित योजनाओं के शिलान्यास-लोाकर्पण की सौगात होगी। यह बात घर-घर दस्तावेजी तौर पर पहुंचे, इसके लिए चार साल के काम-काज पर किताब भी मोदी वाराणसी को देकर जाएंगे। फ्लाईओवर हादसे के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र में आ रहे मोदी रविवार सुबह सड़कों पर घूमकर वाराणसी के ‘बदलाव’ को भी आंकेंगे।

सौगात और साथ दोनों पर काम

वाराणसी के बाद रविवार को मोदी का अगला पड़ाव मीरजापुर होगा। देवी विंध्यवासिनी की धरती पर पहुंच कर मोदी वहां मत्था भी टेक सकते हैं। प्रधानमंत्री यहां उस बाणसागर परियोजना का लोकार्पण करेंगे जो दशकों बाद पूरी हो पाई है। डेढ़ लाख से अधिक किसानों को त्वरित फायदा पहुंचाने वाली इस योजना का फीता काटने के बाद मोदी चंदईपुर के उसी मैदान में जनता से मुखातिब होंगे, जहां 2017 में भी संवाद हुआ था। योजनाओे के साथ ही मीरजापुर की सांसद और सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया पटेल संग बीजेपी का सरोकार और मजबूत करने पर भी नजर होगी। इसलिए विपक्ष के उभरते जातीय गठबंधन के बीच पिछड़ों, खासकर कुर्मियों को जोड़े रखने में अनुप्रिया की भूमिका की बुनियाद को भी मजबूत कर सकते हैं।

मिल सकता है पेमेंट्स बैंक का तोहफा

पूर्वांचल के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी के लोगों को इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का भी तोहफा दे सकते हैं। विभागीय अधिकारी इसकी तैयारी में जुटे हैं। इस बैंक के खुलने के बाद खाता धारकों को डाकघर आने की जरूरत नहीं होगी। घर बैठे ही पैसे के लेनदेन के साथ बिलों का भुगतान कर सकेंगे। इसमें बैंकों से अधिक ब्याज भी मिलेगा।

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