खुद की जान जोखिम में डालकर पीएसी जवानों ने डूबते युवकों को बचाया
कल निर्जला एकादशी पर्व पर तीर्थनगरी ऋषिकेश में वहां के समीपवर्ती क्षेत्रों में हजारों श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी गंगा में श्रद्धा की डुबकी लगाई। इसी दौरान त्रिवेणीघाट पर नहाते समय जब दो युवक डूबने लगे तो फ़ौरन (immediately) ही पीएसी के जवानों ने उन्हें बचा लिया। पीएसी के बचाव दल ने उन दोनों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला।
40वीं वाहिनी पीएसी ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
जानकारी के मुताबिक, त्रिवेणीघाट पर नहाते समय पानी में बहे एक किशोर और एक युवक को पीएसी के जवानों ने बचा लिया। इनमें किशोर बिजनौर जिले से तो दूसरा नई दिल्ली का निवासी है।
शनिवार दोपहर निर्जला एकादशी पर्व पर ग्राम चिड़ियापुर, कीरतपुर, जिला बिजनौर (उत्तरप्रदेश) से राजेंद्र शर्मा परिवार के साथ गंगा स्नान के लिए त्रिवेणीघाट पर आए थे। नहाते समय उनके 15 वर्षीय पुत्र निखिल शर्मा का अचानक पैर फिसला और वह बहने लगा।
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शोर सुनकर घाट पर तैनात 40वीं वाहिनी पीएसी, हरिद्वार के जवान भोपाल सिंह, विनोद रावत, शैलेंद्र चमोली, कल्याण सिंह आपदा उपकरण के साथ गंगा में कूद पड़े। करीब 200 मीटर आगे उसे सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
दूसरे मामले में भी पीएसी मददगार साबित
इसके बाद करीब साढ़े तीन बजे त्रिवेणीघाट पर नहाते समय 30 वर्षीय रोहित तंवर पुत्र रामदास तंवर निवासी प्रतापवाद, थाना भरतनगर, नई दिल्ली नदी में बह गया। उसे पीएसी के बचाव दल ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला। बचाव दल ने बताया कि रोहित अपने भाई के साथ गंगा स्नान के लिए आया था।
निर्जला एकादशी पर्व के अवसर पर भीड़ को देखते हुए घाट पर भारी संख्या में पीएसी तैनात की गयी थी, ताकि मुसीबत के समय उसकी मदद ली जा सके।