वाराणसी: अब सारनाथ में “फील एंड टच” से लोग जानेंगे वन्यजीवों के बारे में
1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक वन प्राणी सप्ताह मनाने जा रही सरकार..
जानवरों के व्यवहार,उसके हमले से बचाव के उपाय के साथ ही जीव-जंतुओं के संरक्षण के बारे में योगी सरकार लोगों को जागरूक करेगी. इसके लिए वन विभाग 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह मनाने जा रहा है . इस आयोजन में फील एंड टच के माध्यम से लोग वन्य जीवों के बारे में अच्छी तरह जान सकेंगे. इस दौरान वन्य जीव से बने उत्पादों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जाएगा. बर्ड फोटो गैलरी प्रदर्शनी के माध्यम से प्रवासी व अन्य पक्षियों के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाएगी. सभी आयोजन वाराणसी के सारनाथ स्थित चिड़िया घर में होगा. प्रतिभाग करने वाले स्कूल के बच्चों के लिए निशुल्क होगा और उनके लिए विभिन्न प्रतियोगिता भी होगी.
फायर बालू लीफ ब्लोअर का होगा प्रदर्शन
योगी सरकार विकास कार्यों के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान दे रही है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो वन्य जीव संरक्षण भी पर्यावरण संरक्षण का ही एक हिस्सा है. इस संबंध में वन संरक्षक डॉ रवि कुमार सिंह ने बताया कि वन विभाग द्वारा वन्य जीव प्रदर्शन के लिए विभिन्न तकनीकों जैसे कि ट्राक्यूलाइज़िंग गन ,कैमरा ट्रैप ,ड्रोन कैमरा और वन में लगी आग को रोकथाम के लिए फायर बालू लीफ ब्लोअर आदि का प्रदर्शन किया जाएगा.
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वहीं प्रभागीय वनाधिकारी स्वाति श्रीवास्तव ने बताया कि वन विभाग प्राणियों के संरक्षण के लिए वन्यजीव सप्ताह का आयोजन सारनाथ स्थित चिड़िया घर में कर रहा है.
इसमें जंगली जानवरों के हमले से बचाव और इसके संरक्षण के साथ जानवरों के व्यवहार के बारे में विशेषज्ञ जानकारी देंगे. वन्यजीवों से बने उत्पादों की जगह प्राकृतिक चीजों से बने उत्पादों के बारे में जानकारी दी जाएगी.
बच्चों को मिलेगा प्राइज
वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान प्रतिभाग करने वाले स्कूली विद्यार्थियों के चिड़ियाघर निःशुल्क रहेगा. इस दौरान बच्चों के लिए पेंटिंग ,निबंध ,मास मेकिंग,क्विज आदि का भी आयोजन होगा. इसमें बच्चों को प्राइज़ भी दिया जाएगा.
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प्रभागीय वनाधिकारी ने जानकारी दिया कि जिन वन्य जीवों के पास हम जा नहीं पाते ,उनको डर के कारण हम छू नहीं पाते, उनके प्राकृतिक तरीके से छोड़े गए अंगो को फ़ील एंड टच कार्यक्रम के लिए रखा जाएगा. इसमें हिरन का सींग ,शाही के काटे ,सांप के केचुल ,पक्षियों के पंख आदि होंगे.
इसमें आम लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चों को वन्यजीवों के बनावट और उन्हें पहचानने की क्षमता में वृद्धि होगी. साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा और मानव वन्यजीव संघर्ष से संबंधित जानकारी भी मिलेगी.
बर्ड फोटो की लगेगी प्रदर्शनी
डीएफओ के अनुसार एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश के जाने माने वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफ़रों की बर्ड फोटो की प्रदर्शनी लगेगी. यह सभी के लिए खुली रहेगी ,जिसमें दर्जनों दुर्लभ प्रजातियों के पक्षियों के फोटो होंगे.
इससे पक्षियों के कई प्रजातियों और पारिस्थितिकी तंत्र में उनके कार्यों के बारे में लोग जान सकेंगे और इन पक्षी प्रजातियों के बारे में जागरूकता फैलेगी.
इस कार्यक्रम में आम लोगों के साथ साथ स्कूली बच्चों को वन्य जीव संरक्षण के लिए जागरूक किया जाएगा. इस आयोजन के माध्यम से वन्य जीवों की विविधता को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए अपनाए गए नए दृष्टिकोण से भी लोगों की रूबरू कराया जाएगा.