अब 20 साल से पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों को मिले पेंशन …!
मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन यानी MWB के स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होने हरियाणा सरकार की ओर से पत्रकारों को दी जाने वाली पेंशन के नियमों में बदलाव की मांग की है. कुरुक्षेत्र जिला अध्यक्ष पवन चोपड़ा और प्रमोद कौशिक ने सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि, सरकार की ओर से पत्रकारों को दी जाने वाली पेंशन में कई नियम हैं. इतना ही नहीं, इनमें पत्रकारिता का अनुभव भी शामिल है. ज्ञापन में उन नियमों में बदलाव किए जाने की मांग की गयी है और पेंशन के लिए 20 साल तक निरंतर पत्रकारिता करने वाले हर पत्रकार को पेंशन दिए जाने की मांग की गयी है.
इसपर उन्होने कहा है कि, ”अधिकतर पत्रकार आर्थिक रूप से संपन्न नहीं होते हैं, ऐसे में सरस्वती का ज्ञान रखने वाले और दुनिया को हर सच्चाई से अवगत करवाने वाले पत्रकारों के पास हमेशा ही लक्ष्मी का अभाव रहता है. वृद्धा अवस्था में तो उन्हें काफी कठिनाई आती है. इसलिए सरकार को चाहिए कि वह 20 वर्ष तक लगातार पत्रकारिता करने वाले हर पत्रकार को पेंशन प्रदान करें.”
हरियाणा सीएम को सौंपा गया ज्ञापन
इसके अलावा हरियाणा सीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि, पेशन पाने वाले पत्रकारों की आयु सीमा 60 के बजाय 55 कर दी जाए, इसके साथ ही मान्यता प्रदान किए जाने वाले नियमों में सरलता लाई जाए, जिससे अधिक संख्या में पत्रकारिता को मान्यता मिल पाए. इसके साथ ही मासिक पत्रिका में काम का अनुभव रखने वाले अधिकृत पत्रकारों को मान्यता दी जानी चाहिए.
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मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन को पंचकूला में प्रेस क्लब चंडीगढ़ की तरह एक प्लाट मिलेगा. इसके अलावा, पत्रकारों को टोल फ्री सेवा भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि, टोल टैक्स से देश के तीन स्तंभों को छुटकारा मिलता है, तो चौथा स्तंभ या मीडिया को भी छुटकारा मिलना चाहिए. वही हरियाणा रोडवेज से मान्यता प्राप्त पत्रकारों को हर वर्ष चार हजार किलोमीटर की यात्रा का लाभ मिलता है, जो असीमित होना चाहिए क्योंकि पत्रकारों को अक्सर अपने संस्थान के मुख्यालय या प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ तक जाना पड़ता है. यही कारण है कि, किलोमीटर की सीमा समाप्त होनी चाहिए.