New Delhi Railway Station: देश की राजधानी दिल्ली के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ( New Delhi Railway Station ) में रेलवे की एक बार फिर लापरवाही कहें या बदइंतजामी सामने आयी है ,जिसके चलते शनिवार की रात 18 लोगों की जान चली गई है. यह सभी यात्री प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान के लिए जाने वाले थे.
बताया जा रहा है कि बताया कि घटना के समय ट्रेन NDLS के प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर आनी थी. लेकिन, ट्रेन आने के कुछ समय पहले ही प्लेटफॉर्म बदल दिया गया जिससे असमंजस की स्थिति बनी और यह भगदड़ मची.
रेलवे ने किया खंडन…
बता दें कि, प्लेटफार्म बदलने की अफवाह को रेलवे के अधिकारियों ने खंडन किया है. उत्तर रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि ‘कोई भी ट्रेन रद्द नहीं की गई थी और ना ही किसी ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदला गया था.’ लेकिन यह पहली घटना नहीं जिसमें अचानक प्लेटफॉर्म बदलने जाने की वजह से भगदड़ मची हो.
‘प्लेटफॉर्म चेंज की अनाउसमेंट के बाद मची भगदड़’
बताया जा रहा है कि शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में काफी भीड़ थी खासकर उन प्लेटफार्म में जहाँ प्रयागराज के लिए ट्रेन आनी थी. हादसे को लेकर स्टेशन में काम कर रहे एक कुली ने बताया कि, मैंने आजतक इतनी भीड़ कभी नहीं देखी . हादसे के समय मैं प्लेटफार्म नंबर 14 पर स्थित अपनी दुकान पर था.
यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ थी. अलग अलग प्लेटफार्मों पर ट्रेनें लग रही थीं. जैसे ही ट्रेनें प्लेटफार्म पर लगीं, अनाउंसमेंट हुआ. लोग भागने लगे. इसके चलते भगदड़ मच गई. लोग गिरने लगे और दब गए.’
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कौन लेता है प्लेटफॉर्म चेंज का फैसला?
भारतीय रेलवे अब ऑटोमेटिक ब्लॉग सिग्नलिंग सिस्टम का यूज करता है. यानी किसी ट्रेन को निकलने के लिए आगे चल रही ट्रेन के अगले स्टेशन तक पहुंचने का इंतजार नहीं करना होता. ट्रेन किस प्लेटफॉर्म पर रुकेगी, इसका फैसला ऑटोमेटिक सिग्नल नहीं, बल्कि स्टेशन मास्टर करता है. यह फैसला ट्रेनों की प्राथमिकता के आधार पर लिया जाता है.
मसलन, अगर कोई प्रीमियम या वीआईपी ट्रेन है, तो उसे स्टेशन का सबसे अच्छा और सुलभ प्लेटफॉर्म दिया जाता है. अगर किसी वजह से प्लेटफॉर्म में बदलाव होता है तो रेलवे पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के जरिए इसकी जानकारी स्टेशन पर मौजूद यात्रियों को देता रहता है.
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हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश
बता दें कि भगदड़ के बाद लोकनायक अस्पताल में आपातकालीन विभाग की प्रमुख डॉ. ऋतु सक्सेना ने 15 लोगों की मौत की पुष्टि की है. मृतकों में 11 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं. दो की मौत लेडी हार्डिंग अस्पताल में हुई. रेलवे ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. एक की मौत देर रात और हुई है.