Murshidabad Violence: हम अपनी ही जमीन पर शरणार्थी…महिलाओं ने सुनाई आपबीती

मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है जिसमें दो हिन्दू और एक मुस्लिम शामिल हैं. मारे गए दो हिन्दू में पिता- पुत्र शामिल हैं. इतना ही नहीं इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए हैं. इस हिंसा में कई लोगों को अपना घर तक छोड़ कर भागना पड़ा है.

400 लोगों ने ली शरण…

बता दें कि इस हिंसा के बाद गांव के करीब 400 लोगों को अपना घर छोड़ कर एक स्कूल में शरण लेने के लिए जाना पड़ा. शरण लेने वालों में पुरुष, महिला और बच्चे शामिल थे. इस हिंसा में अब तक करीब 200 गिरफ्तारियां हुई है. पुलिस का कहना है कि हालात सामान्य हो रहे हैं. वहीं जो लोग हालात से भाग गए थे वह लोग अब इससे परिचित नहीं है.

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हम अपनी ही जमीन पर बन गए शरणार्थी…

हिंसा की शिकार एक महिला ने बताया कि हम लोग अपने ही गांव में अपनी जमीन छोड़ दूसरे की जमीन पर शरणार्थी बन गए हैं. उन्होंने बताया कि अंधेरा हो चुका था, हम लोग उसी दौरान नदी पार कर गए. नदी पार एक गांव था जहां के लोगों ने हमे रात भर का आश्रय दिया और कपड़े दिए. अगले दिन हम इस स्कूल में आए. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि मेरे बच्चे को बुखार हो गया और अब हम लोग दूसरों की दया पर है. हम अपनी ही जमीन पर शरणार्थी बन गए हैं.

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मेरा घर जला दिया गया…

पीड़िता ने बताया कि हिंसा में हिन्दू घरों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है. इस हिंसा में मेरे घर को जला दिया गया है. हम चाहते हैं कि मेरे इलाके में एक सेना का कैंप हो जिससे वहां के हालात सुधर सके और लोगों के अंदर पैदा हुआ भय समाप्त हो. वहीं पीड़िता के साथ मौजूद महिलाओं ने बताया कि हिंसा का मंजर इतना खतरनाक था कि डर के आगे वह कांप उठी.