Tahawwur Rana extradition to India: मुंबई हमले को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. इस हमले के दोषी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी मिल गई है, ये मंजूरी अमेरिकी कोर्ट ने दी है. भारत के लिए ये मंजूरी किसी सफलता से कम नहीं है. क्योंकि आरोपी राणा मुंबई आतंकी हमले के मोस्ट वांटेड के रूप में पकड़ा गया था. जिस पर मुंबई पर रेकी करने का आरोप है. उसे सबक सिखाने के लिए भारत काफी लंबे समये से उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था. जो आज वर्षों बाद पूरा हो पाया है. इस नेक काम के लिए भारत ने अमेरिकी कोर्ट के इस फैसले का तहे दिल से धन्यवाद भी दिया है.
आखिरी कानूनी लड़ाई भी हार बैठा आरोपी राणा
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा ने बीते 13 नवंबर को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में “प्रमाणपत्र के लिए याचिका” दायर की थी. जिसे नजरअंदाज करते करते हुए अदालत ने 21 जनवरी को अस्वीकार कर दिया. जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने विचार करते हुए कहा कि याचिका स्वीकार करने योग्य नहीं है. बता दें, राणा इस वक्त लॉस एंजिल्स के मेट्रोपोलिटन डिटेंशन सेंटर में हिरासत में है.
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जानिए कब हुआ मुंबई आतंकी हमला
बता दें, कि 26 नवंबर 2008 का दिन भारत के लिए बड़ा ही दुखदायी रहा, ये वो तारीख है जिस दिन हर रोज की तरह चहल-पहल सी रौनक थी, लेकिन इसी बीच अचानक पाकिस्तान में बैठे अत्याधुनिक हथियारों से लैस लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में प्रवेश कर अंधेरा कामय कर दिया. अपनी साजिशों के तहत भारत को बर्बाद करने की मंशा से मुंबई के भीड़-भाड़ वाली जगहों और प्रतिष्ठित इमारतों को अपना निशाना बनाया था. जहां मुंबई के ताज होटल में 450 और ओबरॉय ट्राइडेंट में 380 मेहमान मौजूद थे, जिसे निशाना बनाते हुए लियोपोल्ड कैफे में दो आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी, जिसके चलते 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी.
बात दें, आतंकियों ने मुंबई के दो पांच सितारा होटलों ओबेरॉय ट्राइडेंट और ताज, छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन, नरीमन हाउस यहूदी केंद्र, लियोपोल्ड कैफे और कामा हॉस्पिटल पर हमला किया था. मुंबई के आतंकी हमलों को अंजाम देते हुए आतंकियों ने 160 से अधिक लोगों की जाने ले ली थी. किसी को जीते जी मार-दिया तो कोई उनके दहशत में अपनी जान गंवा बैठा. इस हमले में 200 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गये थे.
मुंबई में कई स्थानों पर गोलीबारी की घटनाओं के बारे में भनक लगते ही मुंबई पुलिस और इंटेलिजेंस टीम ने एक बड़ा एक्शन लिया, जैसे ही आंतकियों ने इन दोनों जगहों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू की तब ताज होटल के गुंबद से निकलता धुआ मुंबई आतंकी हमलों की पहचान बन बैठी. इस आतंकी हमले से पूरा देश दहल उठा था.