नई दिल्ली: प्रधानमंत्री दो दिवसीय रूस दौरे पर है. इस दौरान मोदी ने ब्रिक्स समिट को संबोधित किया.ब्रिक्स की बैठक के बाद पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो रही है. पांच साल बाद मोदी-जिनपिंग के बीच वार्ता हो रही है. इससे पहले 11 अक्टूबर 2019 को पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात हुई थी.
5 साल बाद हुई मोदी- जिनपिंग की मुलाकात…
बता दें कि मोदी और जिनपिंग की यह मुलाकात 5 साल बाद हुई है. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच साल 2019 में 11 अक्टूबर को महाबलीपुरम में में हुई थी.
जाने कब- कब हुई दोनों नेताओं के बीच बातचीत…
बता दें कि 2014 में परम बनने के बाद मोदी और जिनपिंग की कई बार मुलाकात हो चुकी है. २०१४ से 2019 के बीच मोदी और जिनपिंग के बीच 18 बार मुलाकात हुई. ये वो मौके थे जब मोदी-जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई थी. 18 सितंबर 2014 को जिनपिंग भारत आए थे. इसके बाद 14 मई 2015 को पीएम मोदी चीन गए थे. 4-5 सितंबर 2016 को चीन में G20 समिट हुई थी. इसमें दोनों की मुलाकात हुई थी.
इसके बाद 8-9 जून 2017 को SCO की बैठक में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई थी. फिर 26 अप्रैल 2018 में चीन के वुहान में मुलाकात हुई थी. और अब रूस में दोनों के बीच मुलाकात हुई है.
मोदी ने यूक्रेन जंग पर क्या कहा…
पुतिन के साथ वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध की चर्चा की और कहा कि शांति के लिए जो भी भूमिका होगी, भारत उसे करने के लिए तैयार है. मोदी ने कहा, “रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के विषय पर हम लगातार संपर्क में रहे हैं. हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए. “शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द से बहाली का हम पूरी तरह से समर्थन करते हैं. आने वाले समय में भी भारत हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है.”
चाबहार प्रोजेक्ट पर चर्चा…
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफ़िंग में बताया कि पीएम मोदी और पुतिन के बीच रक्षा, ईंधन और परमाणु कार्यक्रम में सहयोग को लेकर बात हुई है. कुडनुकुलम न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट में बची हुई 3 से 6 यूनिटों के निर्माण पर भी बात हुई है. साथ ही दोनों देशों के बीच वित्तीय क्षेत्र में व्यापक साझेदारी पर भी चर्चा हुई.
उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच भारत-रूस की सरकारों के बीच सहयोग लिए बने आयोग की 25वीं बैठक अगले महीने 12 नवंबर को दिल्ली में होगी. रूस के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई रूसी उप प्रधानमंत्री डेनिस मंचुरोव करेंगे.