ऑटोमैटिक चालान के ट्रालय में कई खामियां, 15 दिन में 10,99,280 ने तोड़े नियम

इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के ट्रायल में यातायात नियमों की अनदेखी

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लखनऊ में ऑटोमैटिक चालान के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के ट्रायल में यातायात नियमों की अनदेखी के साथ व्यवस्थाओं में कई खामियां भी सामने आई हैं। कई चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में दिक्कत के साथ ही सिग्नल की बत्ती भी गुल रही। वहीं अधिकारियों का कहना है कि खामियां दूर कर व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ही ट्रायल चल रहा है। फिलहाल एक जुलाई से शुरू हुए ट्रायल के शुरुआती 15 दिनों में ही 10,99,280 लोग यातायात नियम तोड़ते हुए कैमरों में कैद हुए हैं।

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ट्रायल के दौरान किसी का चालान नहीं

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आईटीएमएस लागू होने पर रेड लाइट जंप करने, हेल्मेट या सीट बेल्ट न लगाने, स्टॉप लाइन क्रॉस सहित अन्य यातायात नियम तोड़ने वालों का चालान सिग्नल पर लगे कैमरों से खुद ब खुद कट जाएगा। ई-चालान गाड़ी मालिक के मोबाइल पर एसएमएस से जरिए पहुंचेगा, हालांकि ट्रायल के दौरान किसी का चालान नहीं किया गया है।

सबसे ज्यादा रेड लाइट की अनदेखी

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स्मार्ट सिटी से जुड़े अधिकारियों के अनुसार शहर के 132 चौराहों पर 700 कैमरों की मदद से आईटीएमएस का ट्रायल चल रहा है। इनमें पांच चौराहे ऐसे पाए गए, जहां सबसे ज्यादा नियम तोड़े जा रहे हैं। इनमें हजरतगंज, बाराबिरवा, आईटी, 1090, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान और पॉलिटेक्निक चौराहा शामिल है। इनमें सबसे ज्यादा रेड लाइट की अनदेखी की जा रही है।

स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के मुताबिक, ट्रायल के दौरान कैमरों के अनुसार नियम टूटने के मामलों को क्रॉस चेक करने पर कुछ खामियां भी पाई गईं। इसके बाद नियम तोड़ने वालों की संख्या में कुछ कमी भी पाई गई है। कैमरे में करीब 20% प्रतिशत गलत मामले कैद हुए थे। ऐसी खामियों को दूर करवाया जा रहा है।

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