Varanasi: महाशिवरात्रि नजदीक आने के साथ भीड़ प्रबंधन पर अधिकारी विशेष जोर दे रहे हैं. इसी परिप्रेक्ष्य में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सुलभ दर्शन के विशेष उपाय किए गए हैं. इसके तहत गर्भगृह के पास ही सीढ़ीदार चैनल या फिर प्लेटफॉर्म बना कर गर्भगृह के एक गेट से श्रद्धालुओं को दो लाइन में दर्शन कराए जा रहे हैं.
एक लाइन के श्रद्धालु गर्भगृह की चौखट से झांकी दर्शन पा रहे हैं तो, दूसरी लाइन के श्रद्धालु सीढ़ीदार प्लेटफॉर्म के ऊपर से झांकी दर्शन कर रहे हैं. गर्भगृह के चार गेट हैं. चार गेट से आठ लाइन में दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है. मंदिर के सीईओ विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि मंडलायुक्त और कार्यपालक संघ के अध्यक्ष कौशल राज शर्मा की योजना के अनुसार मंदिर परिसर में क्राउड मैनेजमेंट पर काम किया गया है. श्रद्धालुओं को धूप से बचाने के लिए छांव की व्यवस्था की कराई गई. दिव्यांगों, बुजुर्गों और गोद में बच्चे लेकर आने वाले श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन की व्यवस्था कराई गई है.
महाशिवरात्रि पर भी रहेगी यही व्यवस्था
मंदिर के एसडीएम शंभू शरण ने बताया कि महाशिवरात्रि पर भी मंदिर में दर्शन-पूजन की व्यवस्था ऐसी ही रहेगी. इसी पैटर्न पर और इतनी ही लाइनों में श्रद्धालुओं को बाबा के झांकी दर्शन कराए जाएंगे. जो व्यवस्था आज चल रही है, वही लागू रहेगी. ललिता घाट, चौक, गोदौलिया आदि में लगी एक भी बैरिकेडिंग हटाई नहीं जाएगी. इसी जिगजैग से होकर श्रद्धालु गुजरेंगे. श्रद्धालुओं को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा. चिकित्सलकीय सुविधा भी प्रदान की जाएगी.
तैयार हो रही महादेव की विराट प्रतिमा…
महाशिवरात्रि पर काशी में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. पर्व को मनाने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं. भगवान शंकर नंदी पर विराजमान होकर नगर भ्रमण करेंगे और काशीवासियों को आशीर्वाद देंगे. महाशिवरात्रि के लिए महादेव की सबसे बड़ी प्रतिमा तैयार कराई जा रही है. पहाड़ पर विराजमान बाबा भोलेनाथ और मां पार्वती एक-दूसरे को माला पहनाते हुए दिखेंगे. शिव बरात में भी अलग-अलग मुद्राओं में भगवान शिव की झांकी दिखेगी. इसमें भगवान शिव अर्धनारीश्वर रूप में होंगे. बाबा विश्वनाथ की नगरी में महाशिवरात्रि पर घर से लेकर शिवालय तक अभिषेक और पूजन होगा.
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निकलेगी शिव बरात, बन रहे पूजा पंडाल
महाशिवरात्रि पर शिव बरात भी निकाली जाएगी. पूजा पंडाल भी बनाए जा रहे हैं, जहां बाबा की विभिन्न मुद्राओं की प्रतिमाएं बैठाई जाएंगी. मूर्तिकार अभिजीत विश्वास ने बताया कि महावीर मंदिर भोजूबीर से शिवबरात निकाली जाएगी. इस बरात में भगवान शिव की 40 फीट की प्रतिमा शामिल होगी. बाबा भोलेनाथ नंदी पर विराजमान होंगे.
एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे से आशीर्वाद देते दिखेंगे.
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जबकि गुरुधाम मंदिर में बाबा अर्धनारीश्वर रूप में होंगे. वहीं भदैनी पानी टंकी के पास पहाड़ पर बैठी मां पार्वती और शिवजी एक-दूसरे को माला पहनाएंगे. जबकि महादेव कॉलोनी कैंट में शिवबरात में शिव जी की खड़ी मुद्रा में प्रतिमा होगी। शहर में भगवान शिव की एक दर्जन से अधिक प्रतिमाएं बैठाई जाएंगी. साथ ही शोभायात्राएं निकाली जाएंगी.