लॉस एंजिलिस की आग फैली … शिकागो और सिएटल में भी प्रदर्शन

Los Angeles: ट्रंप प्रशासन की आव्रजन नीतियों के खिलाफ प्रदर्शनों की लहर लॉस एंजिलिस से निकलकर अब न्यूयार्क, शिकागो समेत अमेरिका के अन्य शहरों में भी फैल गई है. यानी अन्य शहर भी हिंसक प्रदर्शनों की चपेट में आ गए हैं. हजारों लोग कम से कम दो दर्जन शहरों में इकट्ठा हुए. इतना ही नहीं शिकागो में बड़ी संख्या में लोगों ने डाउनटाउन लूप की मुख्य सड़कों पर रोष मार्च निकाला, जिससे यातायात कुछ समय के लिए ठहर गया. इस बीच पुलिस हेलीकॉप्टर प्रदर्शनकारियों के ऊपर मंडराते रहे.

वाशिंगटन डीसी में भी प्रदर्शन हुए…

न्यूयॉर्क में भी इसी तरह के दृश्य देखने को मिले, जहां प्रदर्शनकारी लोअर मैनहट्टन से मार्च करते हुए संघीय आव्रजन भवन के पास पहुंचे. अटलांटा में लगभग 1,000 प्रदर्शनकारियों ने बुफोर्ड हाईवे पर प्रदर्शन किया, जिसके बाद कुछ सौ लोग डोराविले की ओर बढ़े, जिससे स्थानीय पुलिस के साथ टकराव की स्थिति पैदा हुई. सैन फ्रांसिस्को, सिएटल, ह्यूस्टन, डलास, सैन एंटोनियो और वाशिंगटन डीसी में भी प्रदर्शन हुए.

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डोनाल्ड ट्रंप बिल्कुल भी झुकने के मूड में नहीं

कहा जा रहा है कि, डोनाल्ड ट्रंप इस प्रकरण पर बिल्कुल भी झुकने के मूड में नहीं है. उन्होंने चेतावनी दी है कि उनका ध्यान सिर्फ लॉस एंजेलिस तक सीमित नहीं है बल्कि डेमोक्रेटिक-शासित अन्य शहरों और राज्यों में भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ छापेमारी और कार्रवाई को और व्यापक किया जाएगा. अब इन राज्यों में न केवल प्रवासियों में डर का माहौल है, बल्कि नागरिक अधिकार संगठनों और आम लोगों के बीच भी आंदोलन और प्रदर्शन की आशंका बढ़ गई है. ट्रंप प्रशासन की यह नीति पहले से ही कई सामाजिक और राजनीतिक विवादों का केंद्र रही है.

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जारी रहा कर्फ्यू …

मीडिया खबरों के अनुसार , लॉस एंजिलिस शहर में लागू किए गए कर्फ्यू की पहली रात को 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया. पुलिस विभाग ने कहा है कि ये कर्फ्यू दूसरी रात भी जारी रहने वाला है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए भीड़ नियंत्रित करने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया. हालांकि पुलिस विभाग के चीफ ने बताया कि प्रदर्शनकारी पूरी तैयारी के साथ आते हैं. उनके पास रेडियो कम्यूनिकेशन है और वे एक-दूसरे से उसके ज़रिये संपर्क करते हैं.