Kolkata Rape Case: जेपी नड्डा ने दिया आश्वासन, डॉक्टरों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल खत्म

कोलकाता में बीते शुक्रवार को महिला डाक्टर के साथ हुई दरिंदगी से आक्रोशित डॉक्टर्स राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर चले गए थे. इसके साथ ही कोलकाता, दिल्ली , लखनऊ समेत कई नगरों में ऐसे में बीते मंगलवार को हर जगह पर प्रदर्शन किया जा रहा था. फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने बीते मंगलवार को इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. नड्डा ने डाक्टरों को इस मामले में न्याय का आश्वासन दिया है. इसके बाद आक्रोशित डॉक्टर्स ने अपनी देशव्यापी हड़ताल को खत्म कर दी है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों के संघ (फोरडा) के अध्यक्ष अविरल माथुर ने कहा कि, ”हम अभी केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा जी से मिले हैं और अपनी नई मांगें उनके सामने रखी हैं. उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वो डॉक्टरों के लिए सुरक्षित कामकाजी माहौल मुहैया कराएंगे. साथ ही भरोसा दिलाया है कि हमारी मांगों पर समयबद्ध तरीके से कार्रवाई की जाएगी. एक कमेटी बनाई जाएगी जिसमें हम भी शामिल होंगे… हमारी सभी मांगें मान ली गई हैं, इसलिए फोरडा हड़ताल वापस ले रहा है”

जेपी नड्डा ने कही ये बात

इसस पहले इस मामले को लेकर जेपी नड्डा ने कहा था कि, ” पिछले एक- दो दिनों में विभिन्न डॉक्टर असोसिएशन और डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिल चुका है. सभी डॉक्टरों ने सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है. स्वास्थ्य मंत्री का कहना था कि वह भी डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. स्वास्थ्य मंत्रालय भी इस पर चिंता व्यक्त करता है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का जरूर कोई हल निकाला जाएगा और जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी, सरकार वह कदम उठाएगी.”

NMC ने जारी किए निर्देश

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के निर्देशों का पालन करते हुए सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों को एडवाइजरी जारी की थी. इसमें डॉक्टरों को सुरक्षित कामकाजी वातावरण बनाने की अपील की गई है.

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डॉक्टरों के लिए बनाएं सुरक्षित कार्यक्षेत्र

 

एडवाइजरी में कहा गया है कि मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हाल ही में सामने आई हैं. सभी मेडिकल कॉलेजों से अनुरोध है कि वे डॉक्टरों के लिए सुरक्षित कार्यक्षेत्र बनाएं. पॉलिसी में ओपीडी, वार्ड और कमरों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय उपलब्ध कराने की आवश्यकता होती है. वहीं रात में कर्मचारियों को सुरक्षित रूप से स्थानांतरित करने के लिए गलियारों और परिसरों में अच्छी रोशनी होनी चाहिए. साथ ही सभी संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा होना चाहिए.

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