जानें कब है मार्गशीर्ष अमावस्या ? जानिए इस दिन का महत्व और पूजा विधि…
मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या कहा जाता है, जिसे अगहन अमावस्या और पितृ अमावस्या भी कहा जाता है. यह अमावस्या विशेष महत्व रखती है, क्योंकि इसे लक्ष्मी माता का प्रिय दिन माना जाता है और इस दिन लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है. मार्गशीर्ष माह की अमावस्या का महत्व कार्तिक मास की अमावस्या से कम नहीं है और माना जाता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजन और व्रत करने से पापों का नाश होता है. इस वर्ष मार्गशीर्ष अमावस्या 30 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी.
मार्गशीर्ष अमावस्या स्नान और दान मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष अमावस्या की तिथि 30 नवंबर को सुबह 10:29 बजे से प्रारंभ होगी और 1 दिसंबर को सुबह 11:50 बजे तक समाप्त होगी.
स्नान दान मुहूर्त: सुबह 5:08 बजे से 6:02 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:49 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक
पूजन विधि
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें. इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है, इसलिए गंगा स्नान करें, यदि गंगा के तट पर नहीं जा सकते तो घर में गंगाजल डालकर स्नान करें. इसके बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें और भगवान शिव तथा माता पार्वती की पूजा करें. इस दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध कर्म भी किया जा सकता है.
मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व
अमावस्या का दिन हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन सूर्य और चंद्रमा एक साथ होते हैं, जिससे उनकी संयुक्त ऊर्जा का प्रभाव रहता है.अमावस्या को पितरों की पूजा की जाती है, क्योंकि इसे पितरों का दिन माना जाता है. इस दिन चंद्रमा में अमृत जल का संचार होता है, जिससे औषधियों का सेवन और सरोवरों में स्नान करना शुभ माना जाता है.
Also Read: Horoscope 29 November 2024: मेष, तुला और कुंभ राशि को मिलेगा सुनफा योग का लाभ
मार्गशीर्ष अमावस्या के उपाय:
1-इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है, यदि संभव न हो तो अपने स्नान के पानी में गंगाजल डालकर नहाएं.
2-इस दिन हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें लड्डू का भोग अर्पित करें, यदि पाठ करना संभव न हो तो हनुमान बीज मंत्र का जाप भी करें. पूजा के समय हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दीपक अवश्य जलाएं.
3-घर में पूजा करने के अलावा आप मंदिर जाकर अन्न का दान भी कर सकते हैं. अन्न दान को हिंदू धर्म में विशेष पुण्यकारी माना जाता है और अमावस्या के दिन इसे करने से और भी अधिक शुभ फल की प्राप्ति होती है.