तो इस ज़हरीली छिपकली के नाम पर पड़ा चक्रवात तौकते

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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवात तौकता 16 मई को “बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदल गया है और गुजरात तट के करीब पहुंच रहा है. भीषण चक्रवाती तूफान ‘तौकता’ पिछले तीन घंटों में और तेज हो गया है. 1130 IST पर INSAT-3D उपग्रह इमेजरी में अब चक्रवात की आंख स्पष्ट रूप से देखी जाती है. आंख का व्यास लगभग 4 किमी है और आंख का तापमान -5.2 डिग्री सेल्सियस है. आईएमडी ने ट्विटर पर कहा, दीवार के बादल का तापमान -93 डिग्री सेल्सियस है.

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मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात, पहले 2021 में, पोरबंदर और महुवा (भावनगर जिला) के बीच 18 मई की सुबह के आसपास गुजरात तट को पार करने की संभावना है. इसने कहा कि भूस्खलन के दौरान कई तटीय जिलों में ज्वार की लहरों के जलमग्न होने की संभावना है.

कैसे इन चक्रवात तूफानों का होता है नामकारण?

म्यांमार द्वारा चक्रवात को ‘तौकते’ नाम दिया गया है। बर्मी भाषा में इसका अर्थ है ‘गेको’, जोकि एक छिपकली होती है. इन चक्रवात तूफानों का नाम World Meteorological Organisation/ United Nations Economic and Social Commission for Asia and the Pacific के द्वारा रखा जाता है. इस पैनल में 13 देश है जोकि: इंडिया, बंगलादेश, यमन, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव्स, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, क़तर, सऊदी अरब और UAE शामिल है.

2020 में एक लिस्ट में इन देशों ऐसे चक्रवात तूफानों के लिए 169 नाम तय किये है. यानी हर देश ने 13 नाम लिस्ट में दिया था.

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2020 में अम्फान का नाम किसने दिया था?

चुकी लिस्ट में शामिल 13 देशों ने हर साल आने वाले चक्रवात तूफानों के लिए नाम तय करते है. ऐसे में पिछले साल आया महाचक्रवात तूफ़ान अम्फान का नाम भारत ने दिया था. उस साल की लिस्ट का नाम भारत ने तय किया था.

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