सट्टा लगाना है…तो यहां आइए!

0

भारत का एक धर्म क्रिकेट भी है। लेकिन आजकल सट्टोरियों की वजह से इस खेल को काफी बदनामी का सामना करना पड़ रहा है। भारत क्रिकेट में सट्टेबाजी का विश्व का सबसे बड़ा बाजार है। सट्टेबाजी पर यूं तो देश में कानूनन रोक है। फिर भी यह भीतरखाने धड़ल्ले से जारी है। सरकारी मशीनरी इसकी रोकथाम में विफल रही है। हालांकि आईसीसी ने इसे रोकने के लिए प्रयास कर रहा है। इन सब के बावजूद सिक्किम एक ऐसा राज्य है, जो सट्टोरियों के लिए सबसे माकूल जगह बन गई है।

देश का पहला ‘बेटिंग’ वेबसाइट

अभी हाल में ही सिक्किम में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने देश का पहला ‘ऑनलाइन बेटिंग वेबसाइट’ का विमोचन किया। इस वेबसाइट के माध्यम से कोई भी इंसान खेलों में सट्टा लगा सकता है। और हां यह पूरी तरह से वैध भी होगा। हालांकि कंपनी के अनुरोध के बावजूद कपिल देव ने सट्टा नहीं लगाया।

सट्टेबाजी को वैध बनाने की सिफारिश

देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश आरएम लोढ़ा ने क्रिकेट सुधार पर अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है। इस तीन सदस्यीय लोढ़ा समिति ने क्रिकेट सट्टेबाजी को कानूनी बनाने की सिफारिश की है। लोढ़ा समिति ने कहा है कि क्रिकेट पर सट्टा कानूनी होगा तो खेल भ्रष्टाचार मुक्त होगा। सट्टे पर कानूनी निगरानी होने से कालेधन पर लगाम लगेगी और पारदर्शिता आएगी। रिपोर्ट के मुताबिक सट्टेबाजी को वैध करने पर खेल से हवाला रैकेट का सफाया होगा और देश को कर के रूप में मोटा राजस्व भी मिलेगा।

सिक्किम में वैध है सट्टेबाजी

पूरे भारत में सिक्किम ही एक ऐसा राज्य है, जहां खेलों में सट्टा लगाना वैध है। 2008 में सिक्किम सरकार ने सट्टा लगाने को वैध बनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसे गृह मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी थी। राज्य सरकार इसे एक मनोरंजन के रूप में देख रही है। उनका मानना है कि शैलानियों के लिए यह एक बेहतर ऑप्शन है। पड़ोसी राज्य के लोगों के लिए एक तरह से उपहार की तरह है।

 अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More