पहलगाम अटैक: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने हर किसी को उद्वेलित कर दिया है. यह हमला बीते 22 अप्रैल 2025 को हुआ था जिसमें आतंकियों ने 28 बेकसूर नागरिकों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर उन्हें हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दी. इस आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच हद से ज्यादा दरार देखने को मिल रही है. हालांकि, भारत पहले से ही पाकिस्तान जैसे देश से कोई दिलचस्पी नहीं रखता था, मगर इस हमले के बाद से भारत की नजरों मे पाकिस्तान के लिए जो थोड़ी बहुत हमदर्दी थी अब वो भी उसने खो दिया. यही कारण है कि भारत पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए उसके खिलाफ बड़े से बड़ा एक्शन लेने की बड़ी रणनीति कर कार्य कर रहा है.
पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब देने में जुटे भारतीय जवान
दरअसल, अपनी हरकतों से बाज आने की बजाय पाकिस्तानी सेना द्वारा एलओसी के अतर्गत भारतीय ठिकानों पर गोलीबारी करने का मामला लगातार सामने आ रहा है. इस गोलीबारी का भारतीय जवान लगातार मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. इसे देखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सीमावर्ती क्षेत्रों के स्कूलों में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ाने के साथ ही बचाव ड्रिल भी शुरू कर दिया है. ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि कश्मीर में जिला बारामूला, कुपवाड़ा और बांडीपोरा के अलावा जम्मू संभाग में राजौरी समेत पूंछ जिलों में कई स्कूल एलओसी के पास स्थित है जो काफी चिंता की बात है. इसके चलते स्कूली छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को आपात स्थितियों से निपटने के लिये उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा रहा है ताकि गोलीबारी से जुड़ी किसी भी स्थिति से आसानी से निपटा जा सकेगा.
इतना ही नहीं, बालाकोट (पुंछ), टंगडार और करनाह (कुपवाड़ा), गुरेज-बांडीपोरा और उड़ी (बारामुला) जैसे क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों में स्थित बंकरों की निरीक्षण किया जा रहा है. छात्रों को किसी भी आपात स्थिति से बचने के लिए अभ्यास सत्र तक आयोजित किए जा रहे हैं. ये अभ्यास सत्र एक सुरक्षा ड्रिल की तरह होता है, जिसमें छात्रों को मजबूत भूमिगत बंकरों में शरण लेने के साथ-साथ अचानक हुई गोलाबारी की स्थिति में शांत रहने के लिए एक अनोखे तरीके से प्रशिक्षित किया जा रहा है.
आतंकी हमला के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में आई दरार
आपको बता दें, पहलगाम में आतंकी हमला होने के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते काफी तनावपूर्ण चल रहे हैं जिसका नतीजा भी साफ देखने को मिल रहा है. पाकिस्तान की पनाह में पल रहे आतंकियों पर नकेल कसने के लिए भारत कई कड़े फैसले लेता नजर आ रहा है. इसी क्रम में पिछले दिनों भारत द्वारा लिए गए फैसलों के चलते आज पाकिस्तान पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहा है. यहां तक की कई यूट्यूब चैनलों पर भारत ने बैन तक लगा दिया है.
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भारत सरकार का ये फैसला कोई मामूली नहीं बल्कि, उन नृशंस हत्या करने वाले आतंकवादियों से बदला लेने की मांग जोर पकड़ती नजर आ रही है. इन्हीं कड़े एक्शन के चलते पाकिस्तान तिलमिला उठा है. वहीं ये जानकर आपको काफी हैरानी होगी कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जैसे जन्नत वादियों में घुमने गये पर्यटकों को निशाना बनाते हुए आतंकियों ने उन पुरूषों पर हमला किया जो हिंदू थे. यह घटना भारत के लिए चिंता की बात है.
पहलगाम के बाद बॉर्डर पर हाई अलर्ट
पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम सीमा पर बढ़ता नजर आ रहा है. ऐसे में बिलबिला उठे पाकिस्तान ने सीमा पर फायरिंग हमले करने के साथ साइबर हमले किए हैं. इतना ही नहीं POK पर हथियार भी जमा किए हैं. इसे देखते हुए भारत ने बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि पाकिस्तान अब अपनी सीमा पार कर चुका है. ऐसे में वो अपने द्वारा किए गए हमले के बदले भारत की जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हो जाए.
भारतीय जवानों से डरा पाकिस्तान !
खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान में हवाई गतिविधियां कम होती नजर आ रही हैं. ऐसे में माना ये जा रहा है कि पाकिस्तान को इस बात का डर सताने लगा है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब भारत कड़े तरीके से देने वाला है, जिसका नतीजा पाकिस्तान के लिए काफी खतरनाक हो सकता हैं. पाकिस्तान को ये डर तब लगने लगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को पूरी छूट देते हुए कहा कि पाकिस्तान की गोद में पल रहे आतंकियों को जड़ से उखाड़ फेंकना है. प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि पहलगाम हमले में मारे गए बेकसूर लोगों का बदला लेने के लिए भारतीय जवानों को जिस हद तक अपनी जवाबी कार्रवाई करने के लिए भी जाना पड़े वो जा सकते हैं.
इंटरनेशनल बॉर्डर पर हुई फायरिंग
दूसरी ओर जम्मू के अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान ने अब जम्मू के परागवाल में बसे इंटरनेशनल बॉर्डर पर ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी है. हैरानी की बात तो यह है कि पहले पाकिस्तान की सेना सिर्फ और सिर्फ LoC पर ही फायरिंग करती दिखाई पड़ी है. मगर अब चालाक पाकिस्तान ने अपनी सेना और तोपखाने को भारतीय सीमा के पास भेज दिया है. जहां लंबी दूरी तय कर मार करने वाली एक विशाल रॉकेटें भी शामिल हैं. इस मामले पर डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से मिलिट्री हॉटलाइन पर बात की. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसने बिना वजह फायरिंग की, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा बल्कि उसका अंजाम पाकिस्तान के लिए काफी खतरनाक हो सकता है.