Israel-Iran: वर्ल्ड वॉर 3 की ओर बढ़ेगी दुनिया?… इन देशों के रुख से होगा तय…

Israel -Iran: ईरान और इजराइल के बीच तनाव अब अपने चरम पर है. दोनों देश एक दुसरे पर अंधाधुन हमला कर रहे हैं. पहले इजराइल ने ईरान के परमाणु बम बनाने वाले ठिकानों पर हमला किया और बाद में जवाही कार्यवाही करते हुए ईरान ने इज़राइल पर 100 शाहेद-136 ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें दागी. अब सवाल यह उठता है कि, कि क्या यह घटना तीसरे विश्व युद्ध (वर्ल्ड वॉर) की शुरुआत बन सकती है? विशेषज्ञों का मानना है कि इसका फैसला रूस और चीन जैसे देशों के रुख पर निर्भर करेगा.

‘एक बहुत बुरी चीज़ है, थर्ड वर्ल्ड वॉर’

दिमित्री मेदवेदेव रूस की राजनीति में कोई छोटा-मोटा नाम नहीं हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर डोनाल्ड ट्रंप को इस बात की धमकी दी है कि उनका ‘आग से खेलने’ वाला रिमार्क किस हद तक रूस को उकसा सकता है. उन्होंने एक्स पर लिखा – ‘मैं एक ही बहुत बुरी चीज़ जानता हूं – वह है तीसरा विश्व युद्ध.’

हो जाएगा तीसरा विश्व युद्ध?…

विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन-ट्रंप के बीच यह जुबानी जंग केवल कूटनीति की विफलता का प्रमाण नहीं है, बल्कि नए शीत युद्ध की ओर बढ़ती दुनिया की आहट भी हो सकती है. जहां अमेरिका प्रतिबंधों और हथियारों के माध्यम से रूस पर दबाव बनाने की नीति अपना रहा है, वहीं रूस इसे सीधी टकराव की रणनीति के रूप में देख रहा है. दो बड़े परमाणु ताकतवर देशों के नेताओं की यह तीखी बयानबाज़ी वैश्विक स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन सकती है.

ALSO READ : ये तो बस शुरुआत है…नेतन्याहू ने ईरान को दी चेतावनी

हालिया घटनाएं…

इजराइल का हमला (13 जून 2025) : इजराइल ने ईरान के ऊपर हमला किया जिसमें 6 परमाणु वैज्ञानिक मारे गए. इस हमले से ईरान का परमाणु कार्यक्रम 1-2 साल पीछे हो सकता है. ईरान ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया.

ईरान का जवाबी हमला : इतना ही नहीं इजराइल के हमले का जवाब देते हुए ईरान ने 100 शाहेद-136 ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलें इज़रायल पर दागीं. जॉर्डन और इज़रायली वायु सेना ने इनमें से कई को नष्ट कर दिया, लेकिन कुछ ड्रोन और मिसाइलें तेल अवीव पर गिरी .

मानव और आर्थिक नुकसान: बताया जा रहा है कि इजराइल के हमले के बाद ईरान में करीब 500 से अधिक लोगों की मौत हुई है. 5-10 अरब डॉलर की संपत्ति नष्ट हुई. इज़रायल में अभी तक कोई बड़ी हानि की खबर नहीं, लेकिन ईरान के हमलों से तनाव बढ़ा.

ALSO READ: इस थीम के साथ आज मनाया जा रहा वर्ल्ड ब्लड डोनर डे

रूस और चीन पर निर्भर स्थिति…

बता दें कि तीसरे विश्व युद्द के स्थिति दुनिया के दो देशों पर निर्भर है जिसमें मुख्यता रूस और चीन शामिल हैं. कहने का मतलब यह है कि, ये देश ईरान के करीबी सहयोगी हैं. अगर वे सैन्य सहायता देते हैं, तो यह युद्ध बड़े स्तर पर जा सकता है. वहीँ, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अगले 72 घंटे में स्थिति नियंत्रण नहीं हुई तो तीसरे विश्व युद्ध की आहट 30 से 40 फीसद हो सकती है.

ALSO READ : वाराणसी में नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ , मेडिकल स्टोर संचालक गिरफ्तार

ईरान का मजबूत समर्थक है रूस…

बता दें कि रूस हमेशा से ईरान का मजबूत समर्थक रहा है. और 13 जून को इजराइल के द्वारा किए गए हमले की निंदा की और कहा कि यह “अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने चेतावनी दी कि इससे पूर्ण युद्ध हो सकता है.