Iran-America: ईरान पर हुए हमले के बाद ईरान ने पलटवार करते हुए सीरिया में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ बमबारी की है. इसकी जानकारी खुद ईरान की मीडिया ने दी जिसमें उन्होंने कहा कि आज सीरिया स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बमबारी की गई है. यह ईरान की तरफ से पहला हमला माना जा रहा है. ईरान ने चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिका जंग में कूदता है तो वह मध्य पूर्व में मौजूद उसके सैन्य अड्डों को निशाना बनाएगा.
ईरान ने दिए हमले का संकेत…
बता दें कि, ईरान के राजदूत आमिर सईद इरावानी ने 3 ठिकानों पर जवाबी हमले का संकेत दिया है. इरावानी का कहना था कि हम अनुपातिक जवाब देंगे यानी जितना नुकसान हमें अमेरिका ने पहुंचाया है, उतना ही नुकसान उसे पहुंचाएंगे. ईरान का कहना है कि इजराइल के चक्कर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने लोगों के जान को खतरे में डाल दिया है. ईरान ने अमेरिका पर हमला करने के 5 वैध कारण भी गिनाए थे.
ALSO READ : 37 घंटे की उड़ान में फर्स्ट क्लास की सुविधा,अमेरिका के बी-2 बॉम्बर्स में सुविधाएं…
सीरिया के बेस और ईरान…
ईरान से सबसे करीब अमेरिकी बेस इराक का है, लेकिन सीरिया की भी दूरी ज्यादा नहीं है. ईरान से हसाका प्रांत करीब 1100 किलोमीटर है, अभी इस हमले में कितना नुकसान हुआ है इस बारे में जानकारी नहीं है. लेकिन सीरिया में बशर अल असद के समय पर ईरान का तगड़ा होल्ड रहा है और उसकी प्रॉक्सी अभी भी वहां काम कर रही है.
ALSO READ : विधानसभा उपचुनावः आप की बल्ले-बल्ले
अमेरिका ने किया था बी-2 बॉम्बर से हमला…
अमेरिका ने ईरान के नताजं, इस्फाहन और फोर्डो न्यूक्लियर बेस पर बी-2 बॉम्बर से हमला किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक ईरान के न्यूक्लियर साइट पर यह हमला किया गया. अमेरिका का कहना है कि हमारी कोशिश बस इतनी है कि ईरान परमाणु बम न बनाए. वहीं ईरान ने इसे संप्रभुता के खिलाफ बताया है. ईरान का कहना है कि अमेरिका ने कानून का पालन नहीं किया है. राजनीतिक रूप से ईरान पर हमला किया है.