वाराणसी में IPL सट्टेबाजी का खुलासा, तीन सगे भाई सहित 7 गिरफ्तार

वाराणसी के लंका थाने की पुलिस ने आइपीएल में सट्टा लगाने वाले एक गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें तीन आरोपित सगे भाई बताए जा रहे हैं. पुलिस ने इनके पास से सट्टे में इस्तेमाल किये जा रहे 10 मोबाइल फोन, 2 कैलकुलेटर और 2 नोटबुक बरामद किए हैं.

पकड़े गए सटोरियों को मंगलवार को आईपीएस और सहायक पुलिस आयुक्त डा. ईशान सोनी ने अपने कार्यालय में मीडिया के सामने पेश किया और इनकी कारगुजारी बताई. पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया. पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का सरगना गोदौलिया पीडीआर निवासी हर्षित चंदानी है. उसकी तलाश की जा रही है.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को लंका पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि क्षेत्र में कुछ लोग आईपीएल के नाम पर सट्टा लगाकर जुआ खेल रहे हैं. वह लोगों को जुए की लत लगाकर उनके साथ हार-जीत की बाजी लगाते हुए पैसे वसूल रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंची. घेराबंदी कर सात आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया.

इन्हें किया गया है गिरफ्तार

गिरफ्तार सटोरियों में विश्वजीत सिन्हा, राजेश सिन्हा, दीपू सिन्हा, दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के शकरकंद गली के निवासी हैं और तीनों सगे भाई हैं. इसके अलावा विकास सोनकर भेलूपुर थाना क्षेत्र के बड़ी गैबी विरदोपुर, दीपक केशरी बड़ी गैबी, विष्णु सेठ भेलूपुर थाना क्षेत्र के ही बजरडीहा जक्खा और संजय कुमार भी बड़ी गैबी का निवासी हैं. इनकी गिरफ्तारी लंका क्षेत्र के छित्तूपुरा वाले विश्वजीत सिन्हा के मकान के छत से की गई. पुलिस टी में थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाकान्त मिश्र, एसआई सौरभ कुमार तिवारी, सिद्धान्त राय, कांस्टेबल प्रमोद कुमार, मनोज सिंह, अमित शुक्ला, पवन यादव, कृष्णकान्त पाण्डेय, सूरज सिंह शामिल रहे.

दस प्रतिशत कमीशन में खेलाते थे सट्टा

पकड़े गए सटोरियों ने पूछताछ में बताया कि हमलोग आईपीएल मैचों में सट्टा लगाते हैं. हर मैच में खिलाड़ियों व रनों पर पैसे लगाकर जीत-हार की बाजी लगाते हैं. जो सट्टे में जीतता है उसको जीत के पैसे दे दिये जाते हैं. हमारे गिरोह का सरगना गोदौलिया पीडीआर निवासी हर्षित चंदानी है. उसी से जुड़कर हम लोग लोगों को ओला वेट पर आईडी भेजते हैं. हम लोग कमीशन पर आगे जिस किसी को आईपीएल मैच खेलना है सट्टा लगवाकर खेलाते हैं.

हम अपने कार्य की रिपोर्टिंग हर्षित चन्दानी को ही देते हैं. सट्टा खेलवाने में हमलोगों को 10 प्रतिशत कमीशन मिलता है. हमलोग मात्र एडवास के रूप में कैश सट्टा के तौर पर लगाते हैं. जबकि सट्टे का अधिकांश हिस्सा आनलाइन के रूप में लेन-देन होता है. अभी तक हमलोगों ने आईपीएल सट्टे में करोड़ो रुपये लगाए हैं. सैकड़ों लोगों को सट्टा खेलाया है. हमलोग कम समय में अधिक पैसा कमाने की लालच में सट्टा खेल रहे थे.