कॉमनवेल्थ गेम्स के 10वें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने जीते 7 गोल्ड

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कॉमनवेल्थ गेम्स में शनिवार को खेल के10वें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने सुनहरा प्रदर्शन करते हुए भारत की झोली में अब तक 7 गोल्ड सहित कुल 14 मेडल डाल दिए हैं। भारत ने चार ब्रॉन्ज और तीन सिल्वर मेडल जीते हैं।बॉक्सिंग में एमसी मैरी कॉम, गौरव सोलंकी, शूटिंग में संजीव राजपूत और भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीते।

कुश्ती में भारत के सुमित ( 125 किलो ) ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की फ्रीस्टाइल स्पर्धा में वॉकओवर मिलने के बाद गोल्ड मेडल जीता। पहलवान विनेश फोगाट में महिलाओं की 50 किलो फ्रीस्टाइल मुकाबले में गोल्ड अपने नाम किया। टेबल टेनिस में भारत की मणिका बत्रा ने सिंगापुर की मेंग्यू यू को 11-7, 11-6, 11-2, 11-7 से हराया। वह कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की ओर से गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं।

स्कैवश: दीपिका पल्लीकल और सौरभ घोषाल की जोड़ी को ऑस्ट्रेलिया की डोना और कैमरून की जोड़ी ने मिक्स्ड डबल्स फाइनल में 11-8, 11-10 से हराया। इस जोड़ी को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।

बैडमिंटन: सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया की मापसा और ग्रोयान समरविल की जोड़ी 21-19, 21-19 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता।

बॉक्सिंग में एमसी मैरी कॉम, गौरव सोलंकी, शूटिंग में संजीव राजपूत और भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीते। कुश्ती में भारत के सुमित ( 125 किलो ) ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की फ्रीस्टाइल स्पर्धा में वॉकओवर मिलने के बाद गोल्ड मेडल जीता। पहलवान विनेश फोगाट में महिलाओं की 50 किलो फ्रीस्टाइल मुकाबले में गोल्ड अपने नाम किया।

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बॉक्सिंग के45-48 किलो कैटिगरी में मैरी कॉम ने नॉर्दर्न आयरलैंड की क्रिस्टीना ओहारा को हराकर भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। मैरी पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रही थीं, जबकि 52 किलो कैटिगरी में गौरव ने नॉर्दर्न आयरलैंड के ब्रेंडन इर्विन को 4-1 से हराया। शूटर संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में मेडल जीता।

नीरज बने पहले भारतीय ऐथलीट

नीरज चोपड़ा ने कॉमनवेल्थ गेम्स की भाला फेंक स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। उन्होंने फाइनल में सत्र का सर्वश्रेष्ठ 86.47 मीटर का थ्रो फेंका। जूनियर विश्व चैंपियन 20 साल के नीरज ने शुक्रवार को पहले ही थ्रो में क्वॉलिफाइंग आंकड़े को छूकर फाइनल में जगह बनाई थी। पिछले महीने पटियाला में फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में 85.94 मीटर का थ्रो फेंककर उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। ओलिंपिक और वर्ल्ड सिल्वर मेडलिस्ट कीनिया के जूलियस येगो फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ नहीं कर सके थे। वहीं 2012 ओलिंपिक चैंपियन और रियो खेलों के ब्रॉन्ज मेडल विजेता केशोर्न वॉलकॉट ने इन खेलों में भाग नहीं लिया।

मुक्केबाजी मैरी कॉम , गौरव सोलंकी ने मुक्केबाजी रिंग में सोना जीता

पांच बार की विश्व चैम्पियन और ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता एमसी मैरी कॉम (48 किलो) कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला मुक्केबाजी में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय हो गईं जबकि गौरव सोलंकी (52 किलो) ने भी पीला तमगा अपने नाम किया। अमित पंघाल (49 किलो) और मनीष कौशिक (60 किलो) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।पुरुष वर्ग में सोलंकी ने उत्तरी आयरलैंड के ब्रेंडन इरविन को 4-1 से हराया। वह तीसरा दौर हार गए थे लेकिन पहले दो दौर में प्रदर्शन इतना अच्छा रहा कि अपने पदार्पण खेलों में ही उन्होंने स्वर्ण जीत लिया। अमित और मनीष दोनों बंटे हुए फैसले पर हार गए। अमित को इंग्लैंड के गालाल याफाइ ने हराया। वहीं मनीष को ऑस्ट्रेलिया के हैरी गारसाइड ने 3- 2 से मात दी।

संजीव ने जीता सोना

संजीव राजपूत ने बेलमोंट शूटिंग सेंटर पर पुरुषों की 50 मीटर राइफल-3 पोजीशन स्पर्धा में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसी स्पर्धा में भारत के चैन सिंह को पांचवां स्थान मिला। संजीव ने कुल 454.5 का स्कोर करते हुए गेम रेकॉर्ड के साथ गोल्ड पर कब्जा जमाया। सिल्वर मेडल कनाडा के ग्रेजगोर्ज स्याच के नाम रहा जिन्होंने 448.4 का स्कोर किया। इंग्लैंड के डीन बेल 441.2 का स्कोर करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने में सफल रहे। संजीव ने क्वॉलिफिकेशन में 1180 के गेम रेकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई तो वहीं चैन 1166 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

साइना-सिंधु में फाइनल

21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय शटलरों का जलवा जारी है। पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ने महिला एकल वर्ग के अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबलों में जीत दर्ज करते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया है। इसका मतलब है कि गोल्ड मेडल मुकाबला इन्हीं दोनों भारतीय शटलरों के बीच खेला जाएगा। जीतने वाले को गोल्ड और हारने वाले को सिल्वर मिलेगा। इस तरह महिला एकल वर्ग के दोनों ही मेडल भारत को मिलना तय है।

अश्विनी पोनप्पा और एन. सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के 10वें दिन शनिवार को बैडमिंटन के महिला युगल वर्ग के फाइनल में जगह बनाने से चूक गए हैं। पोनप्पा और सिक्की की जोड़ी को कैरारा स्पोटर्स एरेना में खेले गए सेमीफाइनल मैच में मलेशिया की मेई कुयान चाव और विवियान हो की जोड़ी ने कड़े मुकाबले में 21-17, 15-21, 21-4 से मात देते हुए फाइनल में जगह बनाई। यह मैच एक घंटे आठ मिनट तक चला।

भारतीय महिला हॉकी टीम राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक के मुकाबले में इंग्लैंड से 0-6 से मिली हार के बाद चौथे स्थान पर रही। भारतीय टीम पांच में से एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं भुना सकी। आखिरी क्वॉर्टर में भारत का डिफेंस बुरी तरह चरमरा गया और तीन गोल गंवा दिए। पूल चरण में भारत ने इंग्लैंड को 2-1 से हराया था लेकिन आज उस प्रदर्शन को नहीं दोहरा सकी। भारतीय महिला हाकी टीम लगातार तीसरी बार राष्ट्रमंडल खेलों से खाली हाथ लौटेगी। आखिरी बार उसने 2006 में मेलबर्न में सिल्वर मेडल जीता था।

NBT

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