मणिपुर में फिर दो समूहों में चली गोलियां, तीन की मौत व चार घायल

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मणिपुर में हिंसा की आग शांत होने का नाम नही ले रहा है। रह-रहकर राज्य में हथियारबंद समूहों में गोलीबारी हो रही है। सोमवार की सुबह हथियारबंद दो समूहों के बीच गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए। यह घटना कांगचुप इलाके में हुई। घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उपद्रियों से बरामद हुए 790 हथियार व 10,648 गोलाबारूद

इंफाल पुलिस की ओर से बताया गया है कि उनकी हालत स्थिर बताई गई है। वहीं आइएएनएस के अनुसार, सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए लूटे गए 790 अत्याधुनिक और स्वचालित हथियार के साथ ही 10,648 गोलाबारूद बरामद किए हैं। पुलिस ने उग्रवादियों के कई कैंप भी ध्वस्त कर दिए गए। रविवार को गुस्साए ग्रामीणों ने काकचिंग जिले के सुगनु में कुकी उग्रवादियों के खाली पड़े कैंप में आग लगा दी थी। नाजरेथ कैंप में मौजूद उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के बाद उग्रवादी कैंप छोड़कर भाग गए थे। वहीं, नासरत इलाके में उग्रवादियों के बेस कैंप को भी सुरक्षा बलों ने निशाना बनाया है।

उपद्रियों ने हिंसा में पुलिस से लूटे थे हथियार

बता दें, राज्य में 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने पर उपद्रियों ने पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों से ये गोलाबारूद लूट लिए थे। अब ये हिंसक उपद्रवी लूटे गए हथियार व गोलाबारूदों से लैस होकर राज्य में गोलीबारी कर हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। हालांकि पुलिस  बारीकी से इन उपद्रियों पर नजर बनाए हुए हैं।

10 जून तक प्रतिबंधित  रहेगी इंटरनेट सेवा

मणिपुर में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दायर की गई है। इसमें कहा गया कि तीन मई के बाद से बंद इंटरनेट के कारण उनका जीवन और आजीवका प्रभावित हो रही है। इस बीच मणिपुर सरकार ने सोमवार को सातवीं बार इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को 10 जून तक बढ़ा दिया है। हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच अफवाहों, वीडियो, फोटो और संदेशों को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने ऐसा निर्णय लिया है।

 

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