Ujjain Mahakal Temple: धार्मिक स्थलों पर इन दिनों आग लगने की घटनाएं आए दिन बढ़ती ही जा रही है. जी हां, मध्य-प्रदेश के उज्जैन में स्थित बाबा महाकाल मंदिर में सोमवार को अचानक भीषण आग लग गई. इस घटना के चलते मंदिर परिसर में मौजूद भक्तों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया. देखते ही देखते आग की लपटें मंदिर में पूरी तरीके से फैल गई. सूचना पाकर पहुंचे दमकल विभाग आग बुझाने में जुट गई. आग की लपटें काफी तेज होने के नाते फायर ब्रिगेड़ की गाड़ियों को आग पर काबू पाने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी. आग लगने की असली वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकालेश्वर मंदिर के शंख द्वार पर यह घटना घटी है. बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर में बने फैसिलिटी सेंटर के पास स्थित प्रदूषण बोर्ड का कंट्रोल रूम है, जो मंदिर के गेट नंबर 1 पर बना हुआ है. यहीं पर अचानक आग लग गई. यह वहीं कंट्रोल रूम है जिसके ऊपर रखी बैटरी में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से मंदिर में लग गई. गनीमत रही कि इस घटना में किसी के जानहानि नहीं हुई. वहीं महाकाल मंदिर समिति के वरिष्ठ अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं.
मंदिर में आगजनी पर महाकाल प्रशासन ने दी सफाई
मंदिर परिसर में आगलगी पर बाबा महाकाल मंदिर के प्रशासक प्रथम कौशिक ने अपनी सफाई में कहा कि यह आग पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के एयर क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम की बैटरियों में शॉर्ट सर्किट होने के चलते लगी थी. जिस पर समय रहते ही दमकल की तीन गाड़ियों ने काबू पा लिया. इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी बताया कि खास बात तो ये है कि इस घटना में मंदिर में रखी बैटरियों को ही नुकसान पहुंचा है. बाकी ना ही मंदिर में रखा सामान और किसी अन्य प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
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दूसरी ओर घटना की जानकारी होते ही कलेक्टर रोशन सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, नगर निगम कमिश्नर आशीष पाठक सहित तमाम अधिकारी मंदिर परिसर में पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. हालांकि, घटना के चलते मंदिर में कुछ समय के लिए तनाव का माहौल देखने को मिला, मगर अब स्थिति पहले से काफी सामान्य है. इसके चलते महाकाल के दर्शन अभी सामान्य रूप से शुरू कर दी गई है.
मंदिर में आगजनी की घटनाओं पर कब लगेगी लगाम
उज्जैन के महाकाल मंदिर में लगी आग को देखते हुए कुछ लोगों का मानना है कि आए दिन मंदिरों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है, जो सुरक्षा-व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है. दिक्कत की बात तो ये है कि मंदिरों में दर्शन के लिए हजारों की तादात में भक्त आते हैं. ऐसे में मंदिर परिसर से लेकर शासन-प्रशासन को भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक बड़ा एक्शन लेना चाहिए. क्योंकि, बीते 4 अप्रैल को हुए गोवा के लैराई देवी मंदिर में लगी आग लगने से 7 लोगों की जान तक चली गई थी