World Environment Day 2025: पर्यावरण जीने का सहारा होता है. जिसे सुरक्षित रखना चाहिए, अगर ये सुरक्षित नहीं तो हम खुद भी सुरक्षित नहीं रहेंगे. हम मनुष्यों के जीने का सहारा ये पर्यावरण होता है. जो हमारे लिए बहुत जरूरी है. हर साल की तरह इस साल भी 5 जून के दिन विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है. पर्यावरण सुरक्षित रखने के लिए इस दिन को हर साल मनाया जाता है.
वहीं इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को नई दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास 7 लोक कल्याण मार्ग में सिंदूर का पौधा लगाया है. जिस पर पीएम मोदी ने ये बताया कि ये पौधा उन्हें कच्छ की महिलाओं ने भेंट के रूप में दिया था. जिसे याद के तौर पर उन्होंने इसका रोपण आज पर्यावरण के दिन किया है. साथ ही पीएम मोदी ने ये भी कहा कि ये वही महिलाएं है जिन्होंने 1971 के युद्ध के दौरान अपनी बहादुरी दिखाई थी और कम समय में क्षतिग्रस्त रनवे का मरम्मत कर इन महिलाओं ने एक बड़ी सफलता हासिल की थी.
व्यर्थ नहीं जीवनदान है पर्यावरण
वहीं ऐसा माना जा रहा है कि, पीएम मोदी द्वारा सिंदूर का पौधा लगाने का तात्पर्य ऑपरेशन सिंदूर भी है. जिसे महिलाओं की मान-सम्मान को देखते हुए इस पौधे को लगाया गया है. फिलहाल बात करें पर्यावरण की तो इसे दूषित होने से हर किसी को बचाना चाहिए, नहीं तो हम मनुष्यों का जीवन समाप्त हो जाएगा.
अक्सर कुछ लोग इन्हें दूषित करने में लगे रहते है. जगह-जगह पेड़ लगाने चाहिए, मगर आज से इस स्टाइलिश जीवन में लोग पर्यावरण को घास-भूसा समझते है. उन्हें लगता है कि ये व्यर्थ की चीजें है. शायद उन्हें ये नहीं पता कि जिसे वो व्यर्थ समझ रहे है वहीं पर्यावरण उनका जीवन बचा रहा हैं.
पर्यावरण है पॉजिटिविटी का धन
हर साल पर्यावरण मानने के पीछे का कारण ये है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में जागरूक कर सकें, ताकि लोग अपने आस-पास और अपने घरों में पेड-पौधे लगाए, ताकि हरियाली बनी रहे. ये हरियाली सिर्फ देखने में खूबसूरत नहीं, बल्कि हमारे जीवन में भी पॉजिटिविटी प्रदान करती है.
इस हरियाली और इसके द्वारा दी गई पॉजिटिविटी से हमें एनर्जी मिलती है. जिससे हमारी बॉडी काफी फूर्तिली सी होती है. ऐसे में न थकान न टेंशन, ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि हर मनुष्यों का जीवन इन पेड़-पौधों के सहारे ही चल रहा है. जिनसे हमें एक अच्छी और ताजगी भरी हवा मिलती है, जो हमें सुकुन देने में जरा भी कसर नहीं छोड़ती है.
“पर्यावरण दूषित नहीं, सुरक्षित हो”
पर्यावरण के प्रति लोगों को सरकारें चाहे जितनी भी जागरूक करने की कोशिश कर लें, मगर कुछ लोग अपने स्तर पर पर्यावरण को बचाने के लिए कदम नहीं उठाएंगे तो पर्यावरण कभी संरक्षण नहीं हो पाएगा. सरकार कूड़ा हटाने का लाख कोशिश करती तो है लेकिन कूड़ा फैलाने वाले जब-तक नहीं रुकेंगे तब-तक कूड़े का ढेर यूं ही लगता रहेगा.
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पानी की खपत, बिजली का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल, प्लास्टिक का इस्तेमाल, पेड़ों की कटाई और प्रदूषण पर्यावरण को क्षति पहुंचाते हैं. ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ों तक को पर्यावरण संरक्षण का महत्व पता होना जरूरी है जिससे धरती को साफ रखा जा सके, सुरक्षित रखा जा सके.
जानिए पर्यावरण 2025 की क्या है थीम
हर साल पर्यावरण दिवस पर इसकी एक थीम रखी जाती है, जिसके आधार पर पर्यावरण को सेलिब्रेट किया जाता है. ऐसे में इस 2025 में मनाये जा रहे पर्यावरण की थीम Beat Plastic Pollution (प्लास्टिक प्रदूषण को मात दें) रखी गई है. इस थीम का मतलब है कि प्लास्टिक से भरे प्रदूषण को अपने जीवन से हटा देना. क्योंकि, आधी से ज्यादी बीमारियां इन्हीं प्लास्टिक से फैलती है, जो कैंसर तक का कारण बन जाती है. इसलिए बेहतर होगा कि इस थीम का पालन करें और खुद से लेकर दूसरों का जीवन बचाने में मदद गार बन सकें.