RBI:रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की मॉनिटरिंग पालिसी कमिटी की बैठक आज ख़त्म हो गयी है.RBI के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कमिटी के फैसले का ऐलान किया. तीन दिन तक चली इस बैठक में लोगों को उम्मीद के मुताबिक, लोगों को रेपो रेट में कटौती की खुशखबरी मिली है. 2020 में कोविड के बाद से आज रेपो रेट में कटौती की है.RBI के मुताबिक अब रेपो रेट 6.5 से घटकर 6.25 हो गया है.
क्यों घटाई गई ब्याज दर? …
RBI ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि महंगाई कम हो रही है और अगले साल और घटने की संभावना है. रूरल डिमांड (ग्रामीण मांग) बढ़ रही है, जिससे इकोनॉमी को सपोर्ट मिलेगा. अर्बन डिमांड (शहरी मांग) अभी थोड़ी सुस्त बनी हुई है, लेकिन सुधार की उम्मीद है.
वहीं, RBI ने FY26 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान 6.6% से बढ़ाकर 6.7% कर दिया गया है.
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इस फैसले से आपको क्या फायदा होगा?
होम लोन और कार लोन सस्ते हो सकते हैं : बैंक अब ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं, जिससे ईएमआई कम हो सकती है.
बिजनेस लोन पर भी पड़ेगा असर: कंपनियों को लोन सस्ता मिलेगा, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा.
इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा: कम ब्याज दर से लोग ज्यादा खर्च करेंगे, जिससे बाजार और कारोबार को फायदा होगा.
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2020 में घटी थी ब्याज दर…
आरबीआई ने इससे पहले आखिरी बार मई 2020 में कोरोना महामारी के समय रेपो रेट में 0.40 फीसदी कटौती की थी. उस वक्त यह चार फीसदी पर आ गई थी. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध से वैश्विक अनिश्चितता बढ़ी और आरबीआई ने जोखिमों से निपटने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू किया. यह फरवरी 2023 में जाकर रुका था. उसके बाद ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था.