Environment Day 2023: ईको प्रिज्म कलेक्टिव फाउंडेशन ने दो दिन का जन जागरूकता कारिक्रम का आयोजन हुआ

0

वाराणसी: पर्यवरण दिवस के अवसर पर ‘ईको प्रिज्म कलेक्टिव फाउंडेशन’ (वाराणसी) द्वारा दो दिवसीय जन जागरूकता कारिक्रम का आयोजन किया गया. पहले दिन (4 जून) को जलवायु परिवर्तन एवं कृषि संकट पर सेमीनार आयोजित की गई. इस सेमीनार में उपस्थित रहे- ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान रामबचन पाल ने इस सभा को संबोधित किया.

जैविक कृषि से करेंगे पर्यावरण की सुरक्षा…

सभा को संबोधित करते हुए रामवचन ने बताया कि अब जैविक कृषि के द्वारा ही हम जलवायु परिवर्तन एवं भूमि प्रदूषण को रोक सकतें है. वहीं इस अवसर पर प्रमुख वक्त के रूप में उपस्थित रहे- लोक समिति वाराणसी से सुरेंद्र भाई। वहीं इस सभा में जोर देते हुए उन्होंने ने कहा कि जब तक इंसान अपना निजी स्वार्थ की जरूरतों में फसा रहेगा तब तक वह परिवर्तन एवं प्रदूषण जैसी सैम समस्याओ का समाधान नहीं निकल पायेगा। अन्य वक्ताओं के रूप में उपस्थित रहे- किसान सभा के लक्ष्मण एवं अन्य ग्रामीणों ने अपने विचार सामने रखें। इस दौरान ग्रामीणों को बायोएंजाइम बनाने की विधि भी सिखाई गई. जिसे काफी सराहा गया…

दूसरा दिन रहा बच्चों को समर्पित…

दूसरा दिन का आयोजन पूरी तरह से बच्चों को समर्पित रहा. प्राथमिक विद्यालय बेनीपुर खुर्द के बच्चों ने सुबह-सुबह फेरी निकाली, जिसके जरिये गांव में यह सन्देश देने का प्रयास किया गया कि हमे अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखना है तथा प्लास्टिक एवं अन्य दूसरे प्रदूषण फैलाने वाले पदार्थों को निश्चित स्थान पर ही फैंकना है. ताकि उसको निश्चित विधि से निस्तारण किया जा सके. उसके बाद ग्राम में उपस्थित चौरा माता मंदिर में बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छोटे बड़े बच्चों ने भाग लेकर अपने कला के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित किया. कार्यक्रम के माध्यम से मिशन लाइफ पर जोर देते हुए लाइफ की अवधारणा का उद्देश्य लोगों को अपनी जीवन शैली में बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करके स्थायी जीवन को बढ़ावा देने और पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए संसाधनों के जिम्मेदार और जागरूक उपयोग पर जोर दिया गया. चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्राथमिक विद्यालय बेनीपुर के प्रधानाध्यापक श्री प्यारे लाल जी द्वारा काफी सराहा गया एवं सभी प्रतिनिधियों प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया. इस अवसर पर भारी संख्या में स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहे. इनमें भोला भाई, हरिश्चंद्र पाल, शमहानंद सिंह तथा संस्था के संस्थापक पंकज सिंह, अमिताभ नाथ, संजीव कुमार एवं शिवनारायण मंडल प्रमुख रहे.

Also Read: 6 जून 1984… जब लाल हो गई थी पंजाब की धरती, 39 साल बाद भी पंजाब नहीं भूला जख्म

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More