दिल्ली हिंसा में शामिल था ‘पिंजरा तोड़ ग्रुप’ : Hindi Podcast

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स्टोरी 1– दिल्ली हिंसा में शामिल था ‘पिंजरा तोड़ ग्रुप’

फरवरी में नॉर्थ दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा केस में ‘पिंजरा तोड़’ ग्रुप की एक और सदस्य पर यूएपीए की धाराएं लग गई हैं।जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट और इस ग्रुप की मेंबर के खिलाफ पुलिस ने आतंकरोधी कानून तहत केस दर्ज किया है। इस मामले से जुड़े एक वकील ने यह जानकारी दी है। पिंजरा तोड़ ग्रुप छात्राओं और दिल्ली के अलग-अलग कॉलेज की पूर्व छात्राओं का एक ग्रुप है। जेएनयू की स्टूडेंट देवांगना कलिता के खिलाफ पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत केस दर्ज किया है। उस पर हिंसा भड़काने के लिए साजिश में शामिल होने का आरोप है। बताया गया है कि कलिता के खिलाफ राष्ट्रद्रोह, हत्या के प्रयास, हत्या, आपराधिक साजिश, धर्म, जाति और जन्मस्थान के आधार पर समूहों में नफरत फैलाने के भी आरोप हैं।

स्टोरी 2– 8 जून से अनलॉक 1 की शुरुआत

अनलॉक वन का पहला चरण आठ जून से लागू होगा। केन्द्र सरकार ने पहले चरण में धार्मिक स्थलों, मॉल, रेस्त्रां और होटलों को खोलने के निर्देश दिए थे। इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को दिशानिर्देश जारी कर दिए। दरअसल आठ जून से ये सभी स्थान खुलने जा रहे है। नई गाइडलाइंस में कहा गया है कि मॉल, होटल और धार्मिक स्थलों में जाने वालों को फोन में आरोग्य सेतु ऐप रखना होगा, फेस मास्क लगाना होगा और दूसरे लोगों से कम-से-कम 6 फीट की दूरी बरतनी होगी। धर्मस्थलों में संगीत तो बजेंगे, लेकिन कलाकारों को जुटाकर भजन-कीर्तन जैसे समारोह आयोजित नहीं होंगे।

स्टोरी 3– चीन से डोनाल्ड ट्रंप ने पूछे ये सवाल

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कोरोना वायरस को लेकर चीन पर हमला बोला और इस वायरस को उसके द्वारा दिया गया सबसे बुरा ‘उपहार’ बताया। इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी सवाल खड़े किए कि चीन के अन्य हिस्सों में यह वायरस क्यों नहीं फैला। ट्रंप ने कहा, “कोरोना वायरस चीन की तरफ से दुनिया को दिया गया सबसे बुरा उपहार है। यह सही नहीं है, जहां से इस बीमारी का जन्म हुआ चीन को उसे वहीं रोक देना चाहिए था। ऐसा कैसे हुआ कि वुहान में जहां पहली बार इसके संक्रमण का मामला आया, काफी परेशानी में था… लेकिन वह चीन के दूसरे हिस्सों में नहीं फैला।”

स्टोरी 4– सीमा विवाद पर चीन और भारत में सहमति

भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी विवाद को लेकर सैन्य स्तर की बातचीत से पहले कूटनीतिक स्तर पर बनी सहमति ने तनाव को शांति से खत्म करने की राह खोल दी है। शुक्रवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई, जिसमें मतभेदों को शांति से दूर करने पर सहमति बनी। दोनों देशों ने एक दूसरे की संवेदनशीलता, चिंता और आकांक्षाओं का सम्मान करने और इन्हें विवाद नहीं बनने देने पर भी सहमति जताई।

वीडियो कांफ्रेंस के जरिए विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव और चीनी विदेश मंत्रालय में महानिदेशक वु जिआनघाओ के बीच बातचीत हुई। एक महीने से अधिक समय से चल रहे गतिरोध में पहली बार दोनों देशों में इस स्तर पर बातचीत हुई है और अब माना जा रहा है कि सैन्य स्तर की बातचीत में कुछ ठोस रास्ता निकल सकता है।

स्टोरी 5– तब्लीगी जमात की गलती अक्षम्य-योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दैनिक समाचार पत्र से बातचीत में कहा कि तब्लीगी जमात के बारे में कहा कि मरकज और तब्लीगी जमात के लोगों ने जो कृत्य किए थे वो सवास्तव में अक्षम्य था। बीमारी होना कोई अपराध नहीं है, लेकिन बीमारी को यह जानते हुए भी छुपाना कि इससे संक्रमण बढ़ सकता है, यह अपराध है।

उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों ने जगह-जगह पर जाकर संक्रमण फैलाया। पुलिस ने जब कार्रवाई की तो वहां पर भी जिस प्रकार व्यवहार किया गया यह सही नहीं था। कहीं पर नंगे होकर नर्सिंग स्टाफ के साथ बदसलूकी तो कहीं पर मारपीट। ये अक्षम्य अपराध था।

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