हरिद्वार कुंभ: उखड़ने लगे अखाड़े, साधुओं में बढ़ा कोरोना संक्रमण

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जहाँ एक तरफ देश कोरोना की विकट स्थिति से गुज़र रहा है, वहीं हरिद्वार में चल रहे कुम्भ में अब तक 30 साधु कोरोना संक्रमित पाए गए है। यह खबर तब सामने आई है जब, हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में 10 से 14 अप्रैल के बीच 1700 से अधिक लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने के बीच आशंका जताई जा रही है। गौरतलब है कि बीते पांच दिन में मेला क्षेत्र में 2,36,751 कोविड जांच कीं, जिनमें से 1701 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

इस अखाड़े ने हटने का फैसला किया

इधर हरिद्वार कुंभ में शामिल संतों के 13 अखाड़ों में से एक निरंजनी अखाड़े ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों और राज्य में खराब होती स्थिति के मद्देनजर बृहस्पतिवार को आयोजन से हटने का फैसला किया। निरंजनी अखाड़ा के सचिव रवींद्र पुरी ने बताया, ‘‘ मुख्य शाही स्नान 14 अप्रैल को मेष संक्राति के साथ संपन्न हो गया। हमारे अखाड़ा में कई लोगों में कोविड-19 के लक्षण सामने आ रहे हैं। ऐसे में हमारे लिए कुंभ मेला संपन्न हो गया।’’

बता दे कि कोविड-19 (COVID-19) की वजह से हरिद्वार कुंभ की अवधि घटाकर मात्र एक महीने रखी गई थी, जबकि सामान्य परिस्थितियों में हर 12 साल में लगने वाले वाला कुंभ मेला मध्य जनवरी से अप्रैल तक चलता है।

स्वास्थ्यकर्मियों ने मेला क्षेत्र में इन पांच दिनों में 2,36,751 कोविड जांच कीं, जिनमें से 1701 लोगों की रिपोर्ट में उनके महामारी से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई। हरिद्वार के मुख्य चिकित्साधिकारी शंभु कुमार झा ने गुरुवार को कहा था कि इस संख्या में श्रद्धालुओं और विभिन्न अखाड़ों के साधु-संतों की हरिद्वार से लेकर देवप्रयाग तक पूरे मेला क्षेत्र में पांच दिनों में की गई आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन जांच दोनों के आंकड़े शामिल हैं।

13 अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर का हुआ निधन

इन सब के बीच बीते दिन ही 13 अप्रैल को देहरादून के एक निजी अस्पताल में मध्य प्रदेश के महानिर्वाणी अखाड़े से जुड़े महामंडलेश्वर कपिल देव का निधन हो गया था। उन्हें कोविड-19 के उपचार के लिए भर्ती किया गया था।

कोविड को देखते हुए उत्तराखंड में लागु हुई नयी पाबंदियां

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रदेश के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि सभी धार्मिक, राजनीतिक और विवाह जैसे सामाजिक समारोहों में 200 से अधिक व्यक्ति शामिल नहीं हो सकेंगे. हालांकि, हरिद्वार महाकुंभ क्षेत्र में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पूर्व में जारी दिशानिर्देश लागू होंगे। शुक्रवार से प्रभावी होने वाले इस आदेश में मुख्य सचिव ने कहा कि बस, विक्रम, आटो, रिक्शा आदि सार्वजनिक वाहन अधिकतम 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही संचालित होंगे जबकि जिम, सिनेमा हॉल, रेस्तरां और बार भी 50 फीसदी क्षमता के साथ ही खुलेंगे।

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