अयोध्या में सरयू किनारे लगेगी ‘श्री राम की प्रतिमा’!

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श्री राम भक्तों के लिए खुशखबरी हैं। खासतौर पर उन लोगो के लिए जिन्हें अयोध्या राम मंदिर का इंतजार हैं।  यूपी की योगी सरकार अयोध्या में भगवान राम की दुनिया की सबसे  विशाल मूर्ति बनाने की तैयारी कर रही है। यह मूर्ति सरयू नदी के किनारे बनवाई जाएगी। इस प्रतिमा की ऊंचाई 100 मीटर होगी।

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मंजूरी मिलने के बाद मूर्ति बनवाने का काम शुरू होगा

‘नव्य अयोध्या’ प्लान के तहत योगी सरकार इस पर जल्द ही काम शुरू करना चाहती है। इसके माध्यम से राज्य पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाहता है। ऐसे में पर्यटन विभाग ने सरयू तट पर भगवान राम की मूर्ति बनवाने का एक प्रेजेंटेशन राज्यपाल राम नाईक को भी दिखाया है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) से मंजूरी मिलने के बाद मूर्ति बनवाने का काम शुरू होगा।

राम कथा गैलरी भी बनवाने का प्रपोजल है

सरयू तट पर राम की मूर्ति के अलावा एक राम कथा गैलरी भी बनवाने का प्रपोजल है। दिगंबर अखाड़ा परिसर में एक ऑडिटोरियम और अन्य सार्वजनिक सुविधाएं बनाने की भी प्लानिंग है। पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने यह प्रेजेंटेशन बनाई है। इसमें अयोध्या में 18 अक्टूबर को होने वाले दिवाली समारोह का पूरा ब्योरा है।

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प्रपोजल पर मंजूरी के लिए एनजीटी को चिट्ठी लिखी गई है

मूर्ति के बारे में बताते हुए पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि प्रपोजल पर मंजूरी के लिए एनजीटी को चिट्ठी लिखी गई है। हमें वहां से मंजूरी का इंतजार है। योगी सरकार ने 195.89 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को भेज दी है। पर्यटन मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार को अब तक 133.70 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इसके लिये राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त लिया जाएगा।

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शौचालय तथा जल निकासी की समुचित व्यवस्था करेगी

उन्होंने बताया कि सरकार इसके अलावा रामकथा गैलरी, सरयू तट का विकास, ‘रानी हो’ के स्मारक घाटों का सुधार विशेषकर गुप्तार घाट, जहां भगवान राम ने जल समाधि ली थी, दिगम्बर अखाड़ा परिसर में बहुउद्देश्यीय प्रेक्षागृह का निर्माण, राम की पौड़ी, पर्यटकों के ठहरने के स्थल, सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा, पुलिस बूथ, आवागमन के साधन सहित अन्य नागरिक सुविधायें जैसे शौचालय तथा जल निकासी की समुचित व्यवस्था करेगी।

राम की पौड़ी पर 1,71,000 दीप जलाये जायेंगे

अवस्थी ने बताया कि अयोध्या को एक प्रमुख पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिये पर्यटन मंत्रालय को 195.89 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भेजी गयी थी, जिसके सापेक्ष रूपये 133.70 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर राज्य सरकार को दी गई है।अवस्थी ने राज्यपाल को बताया कि आगामी 18 अक्तूबर को छोटी दीपावली पर अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में राम की पौड़ी पर 1,71,000 दीप जलाये जायेंगे।

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कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन भी किया जाएगा

दीपोत्सव कार्यक्रम में अयोध्या की हेरिटेज वॉक, भगवान राम के अयोध्या आगमन को दर्शाते हुए भव्य शोभा यात्रा, यात्रा के रामकथा पार्क आगमन पर पूजन-वन्दन तथा श्रीराम के प्रतीकात्मक राज्यभिषेक का आयोजन किया जायेगा। सरयू नदी पर बने नए घाट पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा आरती की जाएगी तथा नदी तट पर लेजर शो आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में इण्डोनेशिया और थाईलैण्ड के कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन भी किया जाएगा।

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