नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अब मकड़ जाल की तरह फंसते चले जा रहे हैं. दिल्ली शराब घोटाले मामले में जेल में बंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने के CBI ने LG से मंजूरी ले ली है. CBI ने अभियोजन मंजूरी कोर्ट में जमा कर दी है और इस मामले में सुनवाई 27 अगस्त को होगी.
मार्च से न्यायिक हिरासत में केजरीवाल….
बता दें कि केजरीवाल मार्च से न्यायिक हिरासत में हैं. बताया जा रहा है कि जब एक बार अदालत CBI की सप्प्लीमेंट्री चार्जशीट को संज्ञान में ले लेती है, जिसमें दिल्ली के सीएम को नामित किया गया है. तो अब केजरीवाल के खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे. दिल्ली शराब घोटाले मामले में केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था लेकिन जमानत मिल गयी है लेकिन CBI की गिरफ्तारी के चलते अभी जेल में हैं.
26 जून को CBI ने किया था गिरफ्तार….
गौरतलब है कि केजरीवाल को 26 जून को CBI ने भ्रष्टाचार के आरोप में ऑपचारिक रूप से गिरफ्तार किया था. जिसकी सीबीआई अलग से जांच कर रही है. SC ने इस याचिका में सुनवाई स्थगित कर दी थी और CBI को एक हफ्ते का समय दिया था. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि- CBI ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 18 के तहत केजरीवाल पर मुकदमा चलाने की उपराज्यपाल से मंजूरी माँगी थी जिसक बाद LG ने मंजूरी दे दी है.
also read: अब नहीं गरजेगा शिखर धवन का बल्ला, क्रिकेट से लिया संन्यास
क्या है पूरा मामला?
नवंबर, 2021 में दिल्लीू सरकार नई आबकारी नीति लाई थी. इससे दिल्ली में शराब काफी सस्तीे हो गई और रिटेलर्स को डिस्काउंट देने की छूट भी मिली. नई आबकारी नीति के तहत शराब कंपनियों ने दिल्ली में ग्राहकों को डिस्काउंटेड रेट पर शराब बेची. ग्राहकों को एक बोतल खरीदने पर दूसरी बोतल फ्री दी गई. दावा है कि नीति के चलते दिल्ली में शराब की करीब 650 दुकानें खुली थीं.