नागरिकों स्कूली बच्चों संग पठानकोट से आए दर्शनार्थियों ने सड़क पर जमा गंदे पानी में रोपा धान
सीवर समस्या से निजात पाने सीर गोवर्धनपुर के नागरिक सड़क पर उतरे
पिछले दो माह से चोक सीवर के चलते मलजल का पानी सीर गोवर्धनपुर वार्ड नंबर 23, संत शिरोमणि रविदास मंदिर मार्ग पर बह रहा है. इसके चलते आए दिन परेशान हो रहे स्थानीय निवासियों ,स्कूली बच्चों संग पठानकोट से आए दर्जनों दर्शनार्थियों ने क्षुब्ध होकर शुक्रवार को सड़क पर जमा गंदे पानी में धान रोपकर अपना विरोध प्रकट किया.
नगर निगम समेत जनप्रतिनिधियों को जमकर कोसा
गंदे पानी में धान रोपकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने नगर निगम प्रशासन समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियो, पार्षद, विधायक, महापौर समेत जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर कोसा. कहा कि इस गंभीर समस्या को लेकर स्थानीय निवासियों ने कई बार संबंधित प्रशासन से शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस क्षेत्र के पार्षद, मेयर, विधायक सभी सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी से हैं. साथ ही वाराणसी के सांसद स्वयं देश के प्रधानमंत्री हैं, जो हर साल संत रविदास जयंती के अवसर पर यहां आते हैं. इसके बावजूद, इस महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल पर सीवर की समस्या का समाधान नहीं हो सका है.
सांकेतिक है विरोध प्रदर्शन
स्थानीय निवासियों ने कहा कि इस प्रशासनिक उदासीनता के विरोध में सड़क पर धान रोपकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया गया है. यह विरोध प्रशासन को जगाने और त्वरित कार्रवाई की मांग के लिए किया गया है, ताकि आने वाले समय में इस पवित्र स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े.
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इनकी रही उपस्थिति
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व महानगर अध्यक्ष बाबा साहब अंम्बेडकर वाहिनी समाजवादी पार्टी के अमन यादव ने किया. प्रदर्शन में शामिल मुख्य रूप से राकेश यादव, वीरेंद्र यादव, सागर, अखिलेश कुमार, विकास कुमार, रामसेवक, कुमकुम ,अनमोल समेत तमाम स्थानीय नागरिक उपस्थित रहें.
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बता दें कि सड़क पर जमा गंदे पानी के चलते स्थानीय नागरिकों को रोजाना जहां भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं इस मार्ग से गुजरने वाले दर्शनार्थियों को भी काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही है.
इसी क्रम में शुक्रवार को विशेष रूप से पठानकोट से आए 2000 से अधिक श्रद्धालुओं को इस गंदे पानी से होकर मंदिर तक पहुंचना पड़ा. स्थानीय नागरिकों को इस समस्या से निजात दिलाने के क्रम में इन श्रद्धालुओं ने भी धरना प्रर्दशन में भाग लिया तथा वनगर निगम की इस व्यवस्था पर कटाक्ष भी किए.