Pope Francis Death: ईसाई समुदाय के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का वेटिकन सिटी में 88 साल की उम्र में निधन हो गया. पोप फ्रांसिस रोमन कैथोलिक चर्च का नेतृत्व करने वाले पहले लैटिन अमेरिकी थे. साल 2013 में उन्हें सर्वोच्च पॉप के रूप में चुना गया था.
साल 1936 में हुआ था जन्म…
बता दें कि साल 1936 में उनका जन्म हुआ था. उन्हें अपने आखिरी कार्यकाल में समय में ज्यादा अस्पताल जाना पड़ा. बताया जा रहा था कि उनका स्वास्थ्य बेहद ख़राब हो गया था. पोप का जन्म अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में हुआ था.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
पोप फ्रांसिस के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में लिखा है कि पोप फ्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. दुख और याद की इस घड़ी में कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग हमेशा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे. छोटी उम्र से ही उन्होंने प्रभु ईसा मसीह के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया था. उन्होंने गरीबों और वंचितों की तत्पर से सेवा की, जो लोग पीड़ित थे, उनके लिए उन्होंने आशा की भावना जगाई.
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ईस्टर पर दिखे थे पोप फ्रांसिस
पोप फ्रांसिस ईस्टर रविवार के अवसर पर सेंट पीटर्स स्क्वायर में हजारों लोगों की भीड़ के सामने कुछ समय के लिए आए थे और सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. पोप फ्रांसिस ने लोगों को ईस्टर की शुभकामनाएं भी दी थीं. हालांकि पोप फ्रांसिस ने पियाजा में ईस्टर की प्रार्थना में हिस्सा नहीं लेकर इसे सेंट पीटर्स बेसिलिका के सेवानिवृत्त कार्डिनल एंजेलो कोमास्ट्री को सौंप दिया.