Cyber Fraud: रामलला की एक झलक पाने के लिए भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. भक्तों की उत्सुकता को देखते हुए कुछ लोगों ने राम नाम पर ठगी का अवसर तलाशना शुरू कर दिया है. ये लोग प्रभु राम के वीआईपी दर्शन, दान और प्रसाद के नाम पर लोगों की जेबें काट रहे हैं. इतना ही नहीं ये लोग राम के नाम पर साइबर ठगी को भी अंजाम दे रहे हैं.
वॉट्सऐप और सोशल मीडिया के विभिन्ने प्लेटफॉर्म पर मैसेज के जरिए ये लोग भक्तों को अपने जाल फंसाने की साजिश रच रहे हैं. अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा, जिसके लिए अनुष्ठान भी प्रारंभ किया जा चुका है, इस बीच कुछ लोगों ने भगवान के नाम पर ठगी का धंधा चला रखा है. आइए जानतें है किस तरह ये लोग राम भगवान के नाम पर साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं…..
राममंदिर के प्रसाद को लेकर ठगी
राम मंदिर के प्रसाद को लेकर भी फर्जीवाड़ा सामने आया है. खादी ऑर्गेनिक नामक एक वेबसाइट का दावा है कि वह भक्तों को पहले दिन की पूजा का प्रसाद देगी. प्रसाद के लिए 51 रुपये देना होगा, लेकिन कोई शुल्क नहीं देना होगा. हालाँकि, वेबसाइट के एकाउंट सेक्शन पर जाकर देखा गया तो उसका राम मंदिर के प्रसाद से कोई संबंध नहीं मिला. वेबसाइट के खिलाफ खादी ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने भी मुकदमा दर्ज कराया है. साथ ही, केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि, एक जांच की गई है जिसमें पता चला कि वेबसाइट पूरी तरह से फर्जी है क्योंकि इसमें खादी नाम का उपयोग किया गया है.
वीआईपी इंट्री को लेकर ठगी
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, लोगों को वॉट्सऐप पर अज्ञात मोबाइल नंबर से मैसेज भेजे जा रहे हैं. इसमें वीआईपी लोगों को अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन की जानकारी दी गई है. वीआईपी दर्शन के लिए लोगों को अनेक प्रकार के मैसेज भेजे जा रहे हैं. एक संदेश में कहा गया है कि, अगर आप भगवान राम को अयोध्या में वीआईपी देखना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें. यह लिंक एक Android Application Package (APK) फाइल है. Apk गूगल प्ले स्टोर से कई ऐप डाउनलोड करने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन इस मामले में साइबर ठग लोगों की जेब काट रहे हैं. ऐसे मैसेज भी आपको मिलते हैं तो सावधान रहें.
वही एक दूसरे मैसेज में लिखा है: “Ram Janmbhoomi Grah Sampark Abhiyan Install to Get VIP Access” तीसरे संदेश में लिखा है कि, आपको बधाई दी जाती है, आप लकी हैं और आपको 22 जनवरी को राम मंदिर में दर्शन करने का वीआईपी अधिकार मिला है. पुलिस भी इस तरह के संदेशों के लिए लोगों को चेतावनी दे रही है.
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दान के नाम पर हो रही है ठगी
राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने के नाम पर एक बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है. मंदिर को चंदा देने के लिए लोगों को QR कोड भेजा जा रहा है और उन्हें क्यूआर कोड के माध्यम से पैसा भेजने को बोला जा रहा है. इसके साथ ही इस फर्जीवाड़े में यह बताया जा रहा है कि, यह चंदा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट में जाएगा. इसके जरिए यह पूरा पैसा ठगों के खाते भेजने का पूरा जाल बिछाया जा रहा है. राम मंदिर के निर्माण की देखरेख कर रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के आधिकारिक खाते में कोई चंदा दे सकता है.
ट्रस्ट का कहना है कि, दिसंबर तक मंदिर के समर्पण निधि वाले अकाउंट में 3,200 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा आ चुका है. ट्रस्ट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, आध्यात्मिक गुरु और कथावाचक मोरारजी बापू ने राम मंदिर को सबसे अधिक धनदान दिया है. 11 करोड़ 30 लाख रुपये उन्होंने राम मंदिर को दे दिए हैं.
बता दें कि अयोध्या में श्रीराम के आगमन में अब कुछ ही दिनों का वक्त शेष बचा हुआ है. प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मंदिर का प्रांगण भी सज चुका है. पूरे देश की निगाहें टकटकी लगाकर अपने आराध्य के आने का इंतजार कर रही हैं. इसी बीच आज (16 जनवरी) से प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान की शुरुआत होने जा रही है. मंगलवार से लेकर 22 जनवरी तक हर दिन अनुष्ठान किए जाएंगे.