Crime News: वाराणसी के साइबर क्राइम थाने को बड़ी सफलता हाथ लगी है. विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले सरगना सहित तीन बदमाशों को अरेस्ट किया गया है. घटना का पर्दाफाश डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार और एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता में किया. बताया कि यह फर्जी कॉल सेंटर चलाकर जनता को ठगने का काम करते थे.
आनंदपुरी (पहड़िया) सारनाथ निवासी अखिलेश कुमार पाण्डेय ने 17 जनवरी को थाना साइबर क्राइम में एफआईआर दर्ज करवाया था कि साइबर अपराधियों द्वारा उनका डेटा जाब प्रोवाइडर कम्पनी से प्राप्त कर उन्हे Indeed कम्पनी के रिप्रेजेन्टेटिव के तौर पर संपर्क कर उनको आस्ट्रेलिया मे नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके साथ विभिन्न फीस, टैक्स का हवाला देकर कुल 80 लाख रूपये की साइबर ठगी कर ली गयी है.जिसके बाद साइबर ठगों को गिरफ्तार करने के लिए टीम का गठन किया.
टीम ने बुद्ध विहार (विजय नगर) गाजियाबाद निवासी दीपक कुमार, कुनाल विश्वास और इटौरा (अजीतगंज) मैनपुरी निवासी भानू प्रताप को गिरफ्तार कर भारी मात्रा मे मोबाइल, लैपटाप, कम्प्यूटर डेक्सटाप, टेलीफोन लैण्डलाइन, वाई फाई राउटर, सिमकार्ड, कस्टमर डेटा सीट के साथ ही 20हजार 690 रूपया नकद बरामद किया गया है.
वांछित तीन अन्यक आरोपियों की तलाश
डीसीपी ने बताया कि इस मामले में तीन आरोपी अभी वांछित है, जिसकी तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि बरामद लैपटॉप से करीब 500 मोबाईल नंबर मिला है. जिसको खंगाला जाएगा, यदि उनमें भी कोई पीड़ित मिलता है त एफआईआर दर्ज करवाने की सलाह दी जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि इनके अकाउंट नंबर को भी देखा जाएगा, यह कितने लोगों को अपना शिकार बनाए है.
Times Job Internet (Cool boot Media) तथा Workindia जोकि जाब प्रोवाइडर कम्पनियां है जिन पर जाब सीकर्स अपना रिज्यूम अपलोड करते है, साइबर अपराधियो द्वारा इन्ही कम्पनियों का रिक्रूटर पोर्टल अवैध तरीके से प्राप्त कर जाब सीकर्स का डेटा प्राप्त किया जाता है, जिनको यह अपने आफिस में काम करने वाले टेलीकालर के माध्यम से काल कराकर उनका रजिस्ट्रेशन कराकर डाक्यूमेट मंगवा लेते है. फिर इनके द्वारा जाब सीकर्स को विदेशो की कम्पनियो मे उनकी योग्यतानुसार विभिन्न पदो पर नौकरी दिलाने हेतु प्रक्रिया के तहत उन्हे फर्जी कूटरचित व फर्जी डिजिटल हस्ताक्षरित इन्टेन्ट लेटर, आफर लेटर तथा इन्टरव्यू लेटर भेजकर अपने झांसे मे लिया जाता है तथा विभिन्न तरह की फीस टैक्स के नाम पर तथाकथित कम्पनी/फर्जी म्यूल बैंक खातों मे पैसा मंगा लिया जाता है.
नोएडा के सेक्टर 10 मे कालसेन्टर बनाया
साइबर अपराधियों द्वारा अपनी पहचान छुपाने तथा पुलिस की पहुंच बसे से दूर दूर रहने के उद्देश्य से इस तरह की साइबर अपराध की घटनाओ को कारित करने के लिए फर्जी म्यूल बैंक खातों तथा फर्जी नाम-पते के सिमकार्ड का प्रयोग किया जाता है, इस कार्य के लिए गिरफ्तार साइबर अपराधियों द्वारा नोएडा के सेक्टर 10 मे कालसेन्टर बनाया गया है. गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह, निरीक्षक विजय कुमार यादव, राजकिशोर पाण्डेय, दीनानाथ यादव, हेड कांस्टेबल गोपाल चौहान, रजनीकान्त, कांस्टेबल चन्द्रशेखर यादव, मनीष कुमार सिंह, देवेन्द्र यादव, अवनीश सिंह, धर्मेन्द्र यादव, जितेन्द्र मौर्या, महिला कांस्टेबल पुनीता यादव, अंकिता सिंह और कांस्टेबल चालक विजय कुमार शामिल रहे. गिरफ्तारी करने वाली टीम को 20 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है.