Chardham Yatra: बदरीनाथ धाम के कपाट खुले, हजारों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

Chardham Yatra: भूवैकुंठ बद्रीनारायण के धाम के कपाट आज सुबह छह बजे शुभ मुहूर्त पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गये. भगवान विष्णु को समर्पित श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे.

15 टन फूलों से सजाया गया मंदिर…

बता दें कि, बद्रीनाथ मंदिर को लगभग 15 टन रंग-बिरंगे और सुगंधित फूलों से भव्य रूप से सजाया गया था, जिसने मंदिर की सुंदरता और भव्यता में चार चांद लगा दिए. आज सुबह से ही श्री बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी और वेदपाठियों ने मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की. विधि-विधान से माता लक्ष्मी को गर्भ गृह से निकालकर मंदिर की परिक्रमा कराकर लक्ष्मी मंदिर में विराजमान किया गया. तत्पश्चात भगवान कुबेर जी व उद्धव जी को बद्री विशाल मंदिर के गर्भ गृह में विराजित किया गया.

श्रद्धालुओं के लिए खुले कपाट…

कहा जा रहा है कि अगले छह महीने तक बैकुंठ धाम में भगवान की चतुर्भुज मूर्ति के साथ-साथ उद्धव, कुबेर, नारद और नर नारायण के दर्शन श्रद्धालु प्रतिदिन कर सकेंगे. मुख्य मंदिर के साथ ही बदरीनाथ धाम मंदिर परिक्रमा स्थित गणेश, घटाकर्ण, आदि केदारेश्वर और आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर और माता मूर्ति मंदिर के कपाट भी इस यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं.

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जानें मंदिर की मान्यता…

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह माना जाता है कि वर्षभर में साल के 6 महीने मनुष्य भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, जबकि बाकी के 6 महीने यहां देवता स्वयं भगवान विष्णु की आराधना करते हैं, जिसमें मुख्य पुजारी देवर्षि नारद होते हैं.

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प्रशासन ने की श्रद्धालुओं से अपील…

स्थानीय प्रशासन ने धाम की यात्रा को सुरक्षित एवं निर्बाध बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली हैं. प्रशासन ने दर्शन के लिए पहुंचे सभी श्रद्धालुओं से व्यवस्थित रूप से कतारबद्ध रहकर शांतिपूर्ण ढंग से श्रीहरि के दर्शन करने की अपील की है. बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही इस साल की चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो गयी है. उत्तराखंड के चार धामों में शामिल तीन अन्य धाम-गंगोत्री, यमुनोत्री तथा केदारनाथ पहले ही खुल चुके हैं.