राजस्थान में मंच पर दिखा भाईचारा

भाजपा-कांग्रेस का उद्देश्य एक विचारधारा की लड़ाई- गहलोत

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राजस्थान : राजनीतिक मंच पर राजस्थान सरकार और भाजपा सरकार जब भी एक साथ नजर आई है, टॉम एंड जेरी जैसे लड़ते दिखाई दिए हैं। लेकिन यह शायद पहला मौका है जब एक ही मंच पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच दोस्ती जैसे नजारा दिखाई दिया। मंच पर भाजपा सरकार के वरिष्ठ नेता व पीएम नरेंद्र मोदी ने अशोक गहलोत को अपना मित्र कहकर संबोधित किया। साथ ही संबोधन में यह भी कह दिया कि भाजपा सरकार और राजस्थान सरकार का उद्देश्य एक ही है देश का विकास करना, लेकिन दोनों पार्टियों की विचारा अलग है। यह देखने को तब मिला जब आज बुधवार को पीएम मोदी शिलन्यांस के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राजस्थान के नाथद्वारा पहुंचे। यहां पीएम मोदी विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने आए हैं।

 

पीएम मोदी ने अशोक गहलोत का कहा ‘मेरे मित्र’

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन की शुरुआत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मेरे मित्र अशोक गहलोत कहकर संबोधित किया। मोदी ने आगे कहा कि राजस्थान भारत देश का सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान के विकास से देश का भी विकास होगा। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को भी गति देता है। हम आने वाले 25 साल में विकसित भारत के संकल्प की जब बात करते हैं, तो उसके मूल में यही इंफ्रास्ट्रक्चर एक नई ताकत बनकर के उभर रहा है। आज देश में हर तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर बने हैं। अभूतपूर्व निवेश हो रहा है, अभूतपूर्व गति से काम हो रहा है। रेलवे, हाईवे, एयरपोर्ट हर क्षेत्र में भारत सरकार हजारों करोड रुपए निवेश कर रही है। इस साल के बजट में भी भारत सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर 10 लाख करोड़ रुपए खर्च करना तय किया है।

 

मंच से अशोक गहलोत ने की पीएम मोदी की खूब सराहना

 

मंच पर पीएम मोदी के संबोधन से गदगद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पीएम मोदी की खूब सराहना की। राजस्थान के सीएम ने पीएम मोदी के लिए कहा- ‘आज यहां कांग्रेस-बीजेपी कोई हो, सब एक मंच पर बैठे हुए हैं। ऐसे मौके बहुत कम आते हैं। लोकतंत्र में दुश्मनी तो होती नहीं है, आपस के अंदर विचारधारा की लड़ाई है। सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। मैं समझता हूं वह परंपरा देश में प्रेम, भाईचारा, प्यार, मोहब्बत सभी जाति धर्म के बीच होनी चाहिए। एक बार मॉब लिंचिंग हो गई थी, तो मोदी जी का स्टेटमेंट था कि यह लोग एंटी सोशल एलिमेंट्स हैं। वही भावना हम सबकी होनी चाहिए।’

 

भाजपा से गदगद गहलोत ने मिलकर काम करने की दी सलाह

 

सीएम अशोक गहलोत ने आगे मंच पर दोनों पार्टी को संबोधित करते हुए कहा- ‘सब मिलकर देश एक रहे, अखंड रहे इस पर काम करें। इंदिरा गांधी शहीद हो गईं, लेकिन खालिस्तान नहीं बनने दिया। राजीव गांधी शहीद हो गए, हमारा इतिहास कहता है। इस तरह की भावना के साथ में चलना चाहिए। किसी भी राज्य में तनाव और हिंसा किसी काम का नहीं है। हिंसा विकास को हमेशा रोकती है, मैं उम्मीद करता हूं। आपका मैसेज देश को एक करके रखें ऐसा होगा। मैं समझता हूं आप खुद भी इस दिशा में आगे बढ़ेंगे तो और मजबूती से पक्ष और विपक्ष मिलकर देश की सेवा करेंगे।’

 

 क्यों है राजस्थान सरकार भाजपा से नाराज

 

भले ही आज अशोक गहलोत और पीएम मोदी के बीच मित्रता झलक रही है। मगर इस हकीकत से भी इनकार नही किया जा सकता है कि भाजपा सरकार और राजस्थान की कांग्रेस सरकार के बीच संबंध अच्छे नही रहे हैं। दोनों ही पार्टियों में अक्सर ही मतभेद देखा गया है। बात करें दोनों पार्टियों की विचारधारा की तो दोनों ही सरकार नदी के दो किनारों जैसी दिखाई देंगी। जिसके किस्से राजनीतिक जगत में भरे पड़े हैं। कांग्रेस सरकार राजस्थान में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर भाजपा सरकार के इरादों पर सवाल खड़े करती रहती है। हाल ही में राजस्थान में गहलोत सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल कर देश में एक नई पहल कर की है। जबकि बीजेपी लगातार गहलोत के इस फैसला का विरोध करती आई है।

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