चर्चा में BJP नेता: पिता के रास्तों पर चलकर निखर गई प्रवेश वर्मा की जिंदगी…

Political Journey: राजनीति का सफर हूबहू पलटूराम की तरह है. ये कभी स्थायी नहीं होती है. सत्ता हासिल करने की खातिर किसी का बगावत करने में जरा भी पीछे नहीं हटती है. इस राजनीति की खासियत यह है कि शिकार करने वाले ही अक्सर दूसरों का शिकार बन बैठते हैं. ये कहावत हाल ही में बीते दिल्ली विधानसभा चुनाव पर सटीक बैठती है. जी हां, नई दिल्ली सीट से लगातार तीन बार जीत हासिल करते आ रहे अरविंद केजरीवाल को चौथी बार इस सीट ने धोखा दे दिया जिसके चलते वह 2025 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली को हार बैठे. इस हार ने केजरीवाल को एक बड़ा झटका दिया.

दिल्ली के अगले सीएम हो सकते हैं प्रवेश वर्मा

केजरीवाल को हराने वाला ये नया चेहरा कोई और नहीं बल्कि प्रवेश वर्मा हैं जिन्होंने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक बड़ी जीत हासिल की है. दिल्ली में सीएम फेस को लेकर कई नामों की चर्चा की गई, लेकिन कुछ भाजपा नेताओं की तरफ से ये खबर आ रही है कि, दिल्ली का अगला सीएम प्रवेश वर्मा हो सकते हैं. बता दें, 27 साल बाद दिल्ली में बीजेपी सत्ता में भारी मतों से जीत हासिल कर वापस लौटी है.

2013 में शुरू की थी राजनीति

राजनीतिक परिवार से नाता रखने वाले प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को हुआ था. इन्होंने अपने राजनैतिक करियर की शुरूआत 2013 में की थी. जब उन्हें भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर महरौली सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने का पहला मौका मिला था. हालांकि 2024 में भाजपा ने प्रवेश को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतार दिया. जहां से आप के जरनैल सिंह और कांग्रेस की तरफ से इस सीट पर तत्कालीन सांसद महाबल मिश्रा को हराते हुए प्रवेश वर्मा ने 48 मतों से जीत दर्ज की थी.

जीत हासिल करने के लिए प्रवेश ने की कड़ी मेहनत

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने की खातिर प्रवेश वर्मा ने कड़ी मेहनत करने से जरा भी पीछे नहीं हटे. इस जीत के लिए उन्होंने दिन-रात एक कर दिया और दिल्ली विधानसभा सीट के आस-पास के झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों का दौरा करना शुरू कर दिया. जहां इन गरीबों की समस्याओं से रूबरू होते हुए उन्होंने उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए झुग्गी-झोपड़ियों के पास अपना डेरा डाला. इन गरीबों की समस्याओं को करीब से सुना और समझा. मतलब साफ है कि उन्होंने दिल्ली की गरीब जनता को अपनी तरफ खींचने का काम किया, जिसका रिजल्ट आज हर किसी के सामने है.

पिता के मार्गदर्शन से निखरी प्रवेश वर्मा की जिंदगी

प्रवेश के पिता साहिब सिंह वर्मा की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती हैं. वजह साफ है कि वो दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद पर रह चुके हैं. यही कारण है कि प्रवेश वर्मा भी अपने पिता के सिखाए गए राजनीति के रास्तों पर चल पड़े हैं, जिसका नतीजा भी दिल्ली चुनाव में जीत निकला. वहीं प्रवेश के चाचा आजाद सिंह उत्तर दिल्ली नगरपालिका में मेयर रह चुके हैं.

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