वाराणसी: भदैनी निवासी राजेंद्र गुप्ता समेत पांच लोगों की सामूहिक हत्या में मुख्य आरोपी विशाल गुप्ता उर्फ विक्की और उसके छोटे भाई प्रशांत उर्फ जुगनू को गिरफ्तार किए जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है. चार और पांच नवंबर की रात हुई इस जघन्य वारदात ने पुलिस की नींद हराम कर दी थी. करीब तीन माह बाद विक्की की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं.
दोबारा न हो ऐसा कांड…
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि विक्की नहीं चाहता था कि फिर वही कहानी दोहराई जाए. उसके मां-बाप की हत्या उसी के ताऊ ने की. वह बड़ा हुआ तो ताऊ और उनके पूरे परिवार को खत्म किया. उसका मानना था कि ताऊ के बच्चों को छोड़ देता तो बड़े होकर वे उसकी जान के लिए खतरा बनते. इसलिए उसने पूरे परिवार को एकसाथ ठिकाने लगाने की साजिश रची. पुलिस की पूछताछ के दौरान विक्की के चेहरे पर अपराध बोध बिल्कुल भी नहीं दिखा. न तो उसके चेहरे पर हवाइयां उड रहीं थी और ना ही वह डरा-सहमा सा प्रतीत हुआ.
ताऊ ने बर्बाद किया हमारा जीवन…
पुलिस से विक्की ने कहा कि संपत्ति के लालच में हमारे मां-बाप की हत्या कर ताऊ ने हम दो भाइयों और एक बहन का जीवन बर्बाद कर दिया था.हम मां-बाप के प्यार से हम वंचित हो गए. हम तीनों को पता ही नहीं लगा कि हम कब बच्चे से बड़े हो गए. ताऊ और उनका बड़ा बेटा रोजाना हमारे साथ दुर्व्यवहार करते थे. बदला लेने के लिए हम अपनी सगी बहन की शादी में नहीं आए. इसलिए हमने यह निर्णय लिया कि एकसाथ सबको ठिकाने लगाएंगे.
चारों धाम की यात्रा की, गर्लफ्रेंड को छोडा
बताया कि ताऊ और उनके पूरे परिवार को खत्म करने से पहले वह चारों धाम की यात्रा पर गया था. जुगनू के अलावा वह अहमदाबाद की अपनी गर्लफ्रेंड से संपर्क में रहता था. मगर, वारदात से छह महीने पहले उसने गर्लफ्रेंड से भी संपर्क खत्म कर दिया था. एप डेवलपर विक्की अपने घर अंतिम बार 30 सितंबर 2024 को आया और सबसे मिला. इस दौरान उसने परिवार के सभी सदस्यों की गतिविधियों को बारीकी से देखा. 3 नवंबर को उसने सबसे बताया था कि वह अहमदाबाद जा रहा है.
मजदूर के रूप में की रेकी
विक्की ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह थोड़ी देर बाद फिर मुंह पर गमछा बांधकर और बैग लिए मजदूरों की तरह फिर भदैनी पहुंचा और एक-एक गली की रेकी की. उसके बाद पुनः वह बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के सर सुंदरलाल अस्पताल जाकर खुले आसमान के नीचे सो गया. 4 नवम्बर को पूरे दिन वह बीएचयू कैंपस में टहलता रहा. रात करीब 11:30 बजे वह रोहनिया के रामपुर, मीरापुर स्थित ताऊ राजेंद्र कुमार गुप्ता के निर्माणाधीन मकान पहुंचा और गोली मारकर हत्या की.
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पांच हत्याओं में 32 राउंड गोली चलाई
करीब चार घंटे बाद विक्की ने बड़ी मां नीतू जब सबमर्सिबल पंप चालू करने उठी तो प्रथम तल पर साढ़े 5 बजे उन्हें गोली मारी, उसके बाद दूसरे तल पर चचेरे भाई-बहनों के कमरे में गया. सोए हुए शुभेंदु को उसने बेड पर गोली मारी. नामेंदु फायरिंग की आवाज सुनकर जग गया तो उसको दौड़कर बाथरूम के गेट पर गोली मारी और अंत में गौरांगी को गोली मारी. विक्की ने पुलिस को बताया कि 5 हत्याओं में उसने 32 राउंड फायरिंग की थी.
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क्राइम सीन रीक्रियेशन
डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने बताया कि वारदात में प्रयुक्त दोनों असलहे बरामद करने के लिए पुलिस विक्की और जुगनू को कस्टडी रिमांड में लेगी. इसके लिए मुकदमे के विवेचक जल्द ही अदालत में अर्जी देंगे. पुलिस कस्टडी रिमांड में लेकर क्राइम सीन री-क्रिएट किया जाएगा.